बिहार में महागठबंधन के बाद बिहार सरकार नें बिहार शिक्षा के लिए एक अहम कदम उठाए हैं. जिसके बाद बिहार शिक्षा पात्रता परीक्षा द्वारा मोर्चा भी खोला गया. सिर्फ 18 दिन बाद ही बिहार की सरकार में कई तरह के मुद्दे को उठाया जा रहा है. जिसके बाद अभ्यर्थियों ने सरकार के खिलाफ लोगों ने प्रदर्शन भी किया. प्रदर्शन के बाद कई लोगों ने गुंडागर्दी करने की भी कोशिश की जिसके बाद पुलिस ने गुंडों के खिलाफ कार्रवाही करने का ऐलान किया. के के सिंह के खिलाफ बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी अपने बयान में कहा कि में ईन गुंडागर्दी के की करी निंदा करता हूँ.
जिसके बाद डी एम पर तिरंगा अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज किया गया उसकी भी कड़ी निंदा करता हूं. जो भी आज हुआ वह काफी गलत किया गया हैं. तेजस्वी यादव की डी एम से भी बात हुई थी. इसके साथ ही उपमुख्यमंत्री ने जांच की कमिटी का भी ऐलान कर दिया हैं. आगे शब्दों को जोड़ते हुए कहा सरकार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ही नेतृत्व में चल रहीं हैं. किसी तरह की गड़बड़ी को अनदेखा नहीं किया जाएगा. इसके साथ ही 20 लाख नौकरी देने का भी ऐलान किया और उस पर काम करना भी शुरू कर दिया गया है, वह लोगों से भी मुलाकात कर रहे है. लोगों की बात को सुन रहे है और युवाओं के लिए नौकरी के अवसर की प्राप्त करने का काम चल रहा है. इसके साथ ही बीजेपी को घेरते हुए कहा कि बीजेपी के कार्यकाल में कोई काम नहीं हुआ लेकिन अब युवाओं को घेरने की कोई जरूरत नहीं हैं.
दूसरी तरफ एडीम के विरूद्ध में करवाई के आदेश दे दिए हैं. डाक बंगला के चौराहे पर लोगों को घसीट घसीट कर उनपर लाठीचार्ज किया था. जिसमें बहुत लोग घायल भी हो गए थे. साथ ही इसका संज्ञान लेते हुए पटना जिलाधिकारी ने जांच के भी आदेश दिए हैं. आज प्रदर्शनकारी प्रदर्शन करने पहुचें थे लेकिन उन्हें पटना में रोक लिया गया था. जिसके बाद वहा पर पुलिसवालों के बीच में झड़प की नौबत आ गई.