उत्तर प्रदेश की हाई प्रोफाइल एवं महत्वपूर्ण लोकसभा सीट मैनपुरी का व्यापक चुनावी विश्लेषण
मैनपुरी में इस बार का लोकसभा 2024 का चुनाव अब तक का सबसे रोचक है। इस चुनाव में विपक्ष का मुख्य मुद्दा बेरोजगारी और महंगाई हैI सत्ता पक्ष के लिए मुख्य मुद्दा कानून व्यवस्था, लाभार्थी योजना, राम मंदिर और राष्ट्रवाद हैI मैनपुरी पिछले तीन दशकों से समाजवादी पार्टी का अभेद्य गढ़ बना हुआ हैI पूरे उत्तर प्रदेश में मैनपुरी लोकसभा एक मात्र सीट है, जो भारतीय जनता पार्टी कभी भी जीतने में कामयाब नहीं हुई हैI
पुराने परिसीमन के अंतर्गत 1996 के चुनाव मे भाजपा के पूर्व विधायक उपदेश सिंह चौहान कड़े मुकाबले में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय मुलायम सिंह यादव से लगभग 52 हजार मत से पराजित हुए थेI उसके बाद 1998 मे भाजपा के अशोक यादव (पूर्व विधायक शिकोहाबाद) सपा के बलराम सिंह यादव से लगभग 10 हजार मतों के कड़े मुकाबले से पराजित हुएI
मैनपुरी लोकसभा के नए परिसीमन के बाद इटावा जिले की सबसे महत्वपूर्ण सीट जसवंत नगर के जुड़ने के बाद मैनपुरी लोकसभा सीट समाजवादी पार्टी के लिए और भी मजबूत हुई है I
आइये जानें, पिछले कुछ चुनाव का विश्लेषण:
➤ 2019 की लोकसभा की जीत मे मुख्य बात यह थी कि जसवंत नगर की जीत का जो अंतर 1,62,000 वोट से घटकर लगभग 62,000 पहुंचा और वोट प्रतिशत 66.13 से घटकर 57.5% होगया।
➤ करहल विधानसभा क्षेत्र से सपा की जीत का अंतर 1.1 लाख से घटकर 38,000 वोट और वोट प्रतिशत 60.2% से घटकर 55.59% होगया I
➤ जसवंत नगर और करहल में वोट प्रतिशत का कम होना, प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार की सख्त प्रशासन के कारण फर्जी मतदान का रुकना है I
2014 | 2019 | 2024 | |||||
Voting % | Vote SP | Winning Margin | Voting % | Vote SP | Winning Margin | Voting % | |
मैनपुरी (Mainpuri) | 57.87 | 94,600 | 45,974 | 54.68 | 93,373 | 6,561 | 56.14 |
किशनी (Kishni) | 58.79 | 97,035 | 55,447 | 57.79 | 92,596 | 13,243 | 60.80 |
भोंगाव (bhongaon) | 58.13 | 74,997 | -1,140 | 56.73 | 81,636 | -25,510 | 57.31 |
करहल (Karhal) | 60.2 | 1,41,068 | 1,01,716 | 55.59 | 1,18,133 | 38,166 | 59.81 |
जसवंतनगर (Jaswantnagar) | 66.13 | 1,87,755 | 1,62,341 | 57.50 | 1,37,407 | 62,126 | 58.94 |
मैनपुरी लोकसभा (Mainpuri Loksabha) | 60.40 | 5,95,455 | 3,64,338 | 56.45 | 5,23,145 | 94,586 | 58.73 |
2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने क्षेत्र के सबसे मजबूत प्रत्याशी उत्तर प्रदेश राज्य के वर्तमान पर्यटन मंत्री माननीय जयवीर सिंह को मैनपुरी लोकसभा से प्रत्याशी बनाया है। जिन्हें अनेकों चुनाव लड़ने तथा लड़ाने के साथ साथ क्षेत्र की बारीकियों पर अच्छी पकड़ है। वहीं दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी ने सपा प्रमुख श्री अखिलेश यादव की धर्मपत्नी सांसद डिंपल यादव को अपना प्रत्याशी बनाया है। बसपा ने पूर्व विधायक शिवप्रसाद यादव को प्रत्याशी बनाया हैI
स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव का सैफई गांव जसवंत नगर विधानसभा और मैनपुरी लोकसभा में आता है। इसलिए मैनपुरी समाजवादी पार्टी का हमेशा से मजबूत गढ़ रहा है I
लोकसभा 2014 की तुलना मैं लोकसभा चुनाव 2019 में सपा और बसपा के गठबंधन के बावजूद सपा का आधार पहले की तुलना में कमजोर हुआ था। सपा की मुख्य मजबूती का कारण यादव बाहुल्य मतदाता और जसवंत नगर एवं करहल में सपा की बहुत ही मजबूत पकड़ को माना जाता है l
परन्तु भाजपा इस बार कांटे के मुकाबले में है इसका मुख्य कारण माननीय मंत्री ठाकुर जयवीर सिंह का कुशल चुनाव प्रबंधन, योगी सरकार की कानून व्यवस्था, देश एवं प्रदेश लेवल की विभिन्न लाभार्थी योजना, मोदी सरकार की लोकप्रिय नीतियां, राम मंदिर का निर्माण हैl
यदि जसवंत नगर और करहल में सपा की लीड आधी होती हैl और 2019 की तुलना मे भोगांव और मैनपुरी में भाजपा बढ़त लेती हैl तभी भाजपा की जीतने की संभावना प्रवल बनेगी। और ये अ-संभव भी नहीं लगता है। क्योंकि, 2019 की तुलना मे 2024 के मत प्रतिशत मे लगभग 3% की वृद्धि हुई हैl बढ़ा हुआ मत भाजपा की को लाभ देता दिख रहा है l
जमीनी रिपोर्ट के आधार पर यह चुनाव बहुत ही संघर्ष पूर्ण होने वाला हैl जीत और हार का अंतर 15 हजार से 20 हजार वोटो के बीच रहने की संभावना है।
नोट: यह सम्पूर्ण विश्लेषण डॉ. नीरज सिंह द्वारा किया गया है।