मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बुधवार को महाराष्ट्र के कोल्हापुर में एक कार्यक्रम के दौरान औरंगजेब की तस्वीर दिखाने पर विवाद हो गया था। इसे लेकर कई हिंदू संगठनों ने आपत्ति की। इसके बाद सोशल मीडिया पर भी औरंगजेब और टीपू सुल्तान का महिमामंडन करने वाले पोस्ट किए गए। इसके बाद उपद्रवियों ने कुछ घरों और दुकानों पर पथराव किया। इस घटना के कारण कोल्हापुर में स्थिति तनावपूर्ण हो गयी।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री शरद पवार ने 08 जून को कहा कि कोल्हापुर की घटना में राजनीति की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा है कि “दुर्भाग्य से, कुछ लोगों ने ऐसी स्थिति पैदा कर दी है। यह समाज के लिए ठीक नहीं है... इसकी कीमत आम लोगों को चुकानी होगी... इसमें राजनीति की कोई जरूरत नहीं है। जब इसकी जांच की जाएगी, तो सच्चाई सबके सामने आ जाएगी, ”कोल्हापुर झड़प पर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा।
उक्त बयान के आधार पर महाराष्ट्र के बीजेपी नेता नीलेश राणे (Nilesh Rane) ने गुरुवार (8 जून) को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) चीफ शरद पवार को औरंगजेब का पुनर्जन्म कहा। एनसीपी ने इसके विरोध में शुक्रवार (9 जून) को मुंबई में जेल भरो आंदोलन करने का ऐलान किया है।
पुलिस स्थिति सामान्य बनाने का प्रयास कर रही है। SP कोल्हापुर महेंद्र पंडित ने कहा "कल की घटनाओं के बाद, हमने बदमाशों के खिलाफ तीन अपराध दर्ज किए हैं, जिनमें से 36 को गिरफ्तार किया गया है; 3 किशोर थे, हमने उनकी उम्र का सत्यापन किया है - उन्हें आज किशोर न्यायालय में पेश किया जाएगा। पिछली दोपहर से स्थिति शांतिपूर्ण है ... कुल जिले में 1000 से अधिक कांस्टेबल और 150 से अधिक अधिकारी तैनात हैं। हमें दो अतिरिक्त एसआरपीएफ कंपनियां मिली हैं, हम उन्हें भी तैनात कर रहे हैं। हमें 1500 होमगार्ड भी मिले हैं और उन्हें जिले में तैनात कर रहे हैं।"