यूपी के इन दो पूर्व विधायकों ने 50 वर्ष की आयु पार कर पास की इंटर की परीक्षा

आप सभी ने अपने जीवन में यह कहावत कभी ना कभी तो ज़रूर सुनी होगी कि पढ़ने – लिखने की कोई उम्र नहीं होती। कुछ लोग इसी कहावत को अपने जीवन का आधार बनाकर अपने सपनो को पूरा करने के लिए जुट जाते है। इसके अलावा आपने अधिकतर चुनावों के दौरान इस बात की चर्चा भी खूब सुनी होगी कि हमारे नेता पढ़े लिखे नही हैं। लेकिन इसी बात से पार पाने और अपने अधूरे सपने को साकार करने के लिए यूपी के दो पूर्व विधायकों ने हिम्मत दिखाई है।

इन पूर्व विधायकों ने पास की परीक्षा

यूपी के दो पूर्व विधायकों ने उम्र की परवाह ना करते हुए न सिर्फ इंटरमीडिएट की परीक्षा दी बल्कि उस परीक्षा को पास कर एक अनूठी मिसाल भी कायम की है। बरेली के बीथरी चैनपुर के पूर्व भाजपा विधायक राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भारतोल 55 वर्ष की आयु में 12 वी की परीक्षा पास की है। वहीं सपा सरकार में मंत्री रहे और हस्तिनापुर के पूर्व विधायक प्रभुद्याल वाल्मिकी ने 59 वर्ष की आयु में यह परीक्षा पास की है।

इतने अंकों से पास की परीक्षा

भाजपा के पूर्व विधायक पप्पू भारतोल ने परीक्षा में 500 में से 263 अंक हासिल किए हैं। स्माजशात्र विषय में उन्हें 81 अंक मिले हैं। पप्पू का कहना है कि वह वकील बनना चाहते थे। वहीं प्रभुदयाल वाल्मिकी ने बागपत के आदर्श इंटरमीडिएट कॉलेज जोहड़ी से इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की है। परीक्षा पास करने के बाद उन्होंने कहा है कि अभी समय मिल गया तो उन्होंने परीक्षा पास कर ली। आगे वह डिग्री की पढ़ाई भी करना चाहते हैं।

पप्पू भारतोल ने आगे बताया है की तीन विषयों में काफी कम अंक मिले हैं। उन्हे हिंदी में 57, नागरिक शास्त्र में 47, एजुकेशन में 42 और ड्राइंग डिजाइन में 36 अंक मिले है। उन्हे प्रथम श्रेणी में पास होने की उम्मीद थी। वह दोबारा से अपने पुस्तिकाएं चेक कराने के लिए आवेदन करेंगे।

आगे बढ़ने में शिक्षा की एहम भूमिका

दोनो पूर्व विधायकों का मानना है कि आगे बढ़ने के लिए पढ़ना बहुत ज़रूरी है। पप्पू भारतोल ने बताया है कि परीक्षा के लिए समय निकालकर उन्होंने दिन और रात में 2 से 3 घंटे पढ़ाई की थी। उन्होंने इसके लिए पुराने पेपरों का सहारा भी लिया था। वहीं प्रभुदयाल वाल्मिकी आगे और पढ़ना चाहते हैं। उनका कहना है कि शिक्षा ही वह माध्यम है जिसके जरिए जीवन में आगे बड़ा जा सकता है।