सूचना प्रौद्योगिकी वर्तमान में एक ऐसा सशक्त हथियार बनकर उभरा है जिसका इस्तेमाल करने से आज राजनीतिक दल भी पीछे नहीं रहना चाहते। नगरीय निकाय चुनाव के युद्ध में इस हथियार का इस्तेमाल इस बार भाजपा यानी भारतीय जनता पार्टी भी करने जा रही है। इस हथियार का सहारा लेकर वह बड़ी संख्या में मतदाताओं को अपने पक्ष में करके अपने विरोधियों को मात देने का प्लान बना रही है। मतदातों तक अपनी पहुँच को बढ़ाने के लिए भारतीय जनता पार्टी एक लेटेस्ट ऐप के ज़रिए घर - घर दस्तक देने जा रही है। भाजपा के आईटी सेल ने मतदाताओं का डाटाबेस इकट्ठा करने के लिए 'पन्ना प्रमुख' नाम से एक नया ऐप विकसित किया है। बस अब भाजपा द्वारा घर - घर संपर्क अभियान शुरू करने की देर है।
भाजपा ने अपने प्लान को सही दिशा में आगे बढ़ाने के लिए एक एडवांस टीम का गठन किया है। इस टीम में घर - घर जाने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ ही आईटी वॉलेंटियर्स भी शामिल किए जाएंगे। हर वार्ड में 25 आईटी वॉलेंटियर्स घर घर संपर्क करने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ जाएंगे और इस ऐप में सभी मतदाताओं का विवरण दर्ज करेंगे।
आपको इस ऐप की वर्किंग भी समझा देते हैं। जैसे ही भाजपा के आईटी वॉलेंटियर्स ऐप में मतदाता का नंबर सेव करेंगे वैसे ही उसके फोन में एक ओटीपी आ जाएगा। उन्हें यह ओटीपी भी दर्ज करना होगा। असल में यह ओटीपी इस बात का सबूत होगा कि पार्टी कार्यकर्ताओं ने वाकई उस घर में संपर्क किया है। इससे घर - घर संपर्क अभियान की रियल टाइम मॉनिटरिंग (Real Time Monitoring) हो सकेगी। पार्टी के पास मतदाताओं का विस्तृत डाटाबेस तैयार हो सकेगा।
पार्टी के लिए इस ऐप को इस्तेमाल करने का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि संपर्क और संवाद के दौरान मतदाताओं के रवैये से पार्टी को उनके रुझान के बारे में पता चलेगा। इससे पार्टी को यह जानने में मदद मिलेगी कि कौन सा मतदाता उसके प्रति समर्पित है और कौन नहीं है। इस बात को जानने के बाद पार्टी के लिए आगे की रणनीति तैयार करना आसान हो जाएगा। इस डाटाबेस (Database) के आधार पर पार्टी अपने कार्यकर्ताओं को मतदाताओं के साथ संपर्क में रहने के निदेश देगी। ऐप में दर्ज जानकारी के आधार पर पार्टी मतदाताओं को व्हाट्स ऐप के ज़रिए मतदाता पर्ची भी भेजेगी।
भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष व निकाय चुनाव प्रभारी त्र्यम्बकं नाथ त्रिपाठी ने बताया है कि इस ऐप का ट्रायल प्रदेश के 37 जिलों में हो चुका है। अब निकाय चुनाव में पार्टी के घर - घर संपर्क अभियान में इसका इस्तेमाल करने की तैयारी हो रही है। उन्होंने इस बात का दावा किया है कि पहली बार निकाय चुनाव में इस ऐप का इस्तेमाल किया जा रहा है।