वर्ष प्रतिपदा उत्सव पर स्वयं सेवकों ने निकाला पथ संचलन

चैत्र के शुभ माह से भारतीय नव वर्ष की शुरुआत होती है। चैत्र शुक्ल प्रतिपदा पर भारतीय नव वर्ष मनाया जाता है। मान्यताओं के अनुसार इसी दिन सृष्टि की रचना हुई थी। इसी दिन भगवान श्री राम का राज्याभिषेक भी किया गया था। इस दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सभी सदस्य आद्य सर संघचालक को नमन करते हैं। इस बार नव वर्ष के शुभ अवसर पर रविवार के दिन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यकर्ताओं ने इंदिरापुरम में पथ संचलन किया। हर नंदी महानगर के वीर सावरकर शाखा (यमुना बस्ती) इंदिरापुरम में भी हर्षोल्लास के साथ यह उत्सव मनाया गया।

https://www.youtube.com/watch?v=mJ_I3OH1Gqk

कहाँ से की गई पथ संचलन की शरुआत ?

इस पथ संचलन की शुरुआत मुख्य वक्ता के भाषण के बाद की गई थी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सदस्यों द्वारा इस पथ संचलन की शुरुआत रानी अवन्ति बाई पार्क नीति खंड - 1 से की गई थी। यह यात्रा मंगल बाज़ार चौक, एटीएस सोसाइटी, सोम बाज़ार, जैन मंदिर से होती हुई वापस अपने शुरुआती स्थान अवन्ति बाई पार्क नीति खंड - 1 पहुँच गई थी।

RSS Indrapuram

क्या है आरएसएस के मुख्य उद्देश्य ?

प्रांत प्रचार प्रमुख सुरेंद्र ने बताया है कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ कुल 6 उत्सव मनाता है। इन्ही उत्सव में से प्रतिपदा भी संघ द्वारा विशेष रूप से मनाया जाता है। प्रतिपदा को एक उत्सव के रूप में संघ की तमाम शाखाएं मनाती हैं। डॉ केशव बलिराम हेडगवार का जन्म भी इसी दिन हुआ था। उन्होंने वर्तमान में मौजूद ज्वलंत समस्याओं जैसे जल संरक्षण, प्लास्टिक, पर्यावरण, गौ सेवा आदि जैसी तमाम समस्याओं पर सकारात्मक रूप से काम करने पर ज़ोर दिया है। इसके अलावा उन्होंने हर गाँव में एक कुआँ, एक श्मशान, एक मंदिर की अवधारणा के साथ ही सबके सुख की कामना के साथ विश्व कल्याण की अवधारणा पर बल दिया है।