श्री राम भक्त और संकटमोचक हनुमान जी का जन्म हिंदू कैलेंडर के अनुसार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को हुआ था, इसलिए हर साल इस दिन को हनुमान जन्मोत्सव या हनुमान जयंती के रूप में मनाया जाता है। इस दिन सभी हनुमान भक्त मंदिरों में जाकर हनुमान जी की पूजा-अर्चना करते हैं, हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं और भंडारे का आयोजन भी करते हैं। ऐसा कहा जाता है कि जो लोग आज के दिन हनुमान जी का आशीर्वाद लेते हैं, उनके सभी संकट दूर हो जाते हैं और जीवन में खुशहाली आती है।
इस साल हनुमान जन्मोत्सव का पर्व 23 अप्रैल को मंगलवार के दिन पूरे भारतवर्ष में मनाया जाएगा। इस बार हनुमान जन्मोत्सव का दिन बहुत शुभ है, क्योंकि ये महावीर के वार यानी मंगलवार के दिन है और ये दिन बजरंगबली को समर्पित है। अगर शुभ मुहूर्त की बात करें, तो शुभ मुहूर्त का समय सुबह 9 बजकर 3 मिनट से शुरू होगा जो दोपहर 1 बजकर 58 मिनट पर समाप्त होगा।
सनातम धर्म के लोगों के लिए हनुमान जन्मोत्सव का विशेष महत्व है। इस दिन लोग हनुमान जी की पूजा करते हैं, उन्हें सिंदूर चढ़ाते हैं, प्रसाद का भोग लगाते हैं और दान-पुण्य भी करते हैं। हनुमान जन्मोत्सव के दिन जो लोग सच्चे मन से बजरंगबली को याद करते हैं, बजरंगबली उनकी हर मनोकामना पूर्ण करते हैं।
हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार ऐसा माना जाता है कि हनुमान जी साक्षात भगवान शिव का ग्यारहवां अवतार थे। हनुमान जी के पिता का नाम केसरी और माता का नाम अंजना था।