कोलकाता में राम – रावन की सेना इस बार थ्रीडी शस्त्रत्तें से करेगी युद्ध, रामलीला में 15 हजार दर्शकों की व्यवस्था

कोलकाता से आए कलाकार रामलीला के लिए आकर्षक मंच और प्रवेश द्वार बनाने में जुटे, 15 हजार दर्शकों के
एक साथ बैठने की हो रही व्यवस्था।

युद्ध होने पर मंच नजर नहीं आएगा

नवश्री धार्मिक लीला कमेटी के मंत्री प्रकाश चंद्र बराठी ने बताया कि रामलीला मंचन के लिए तीन मंजिला मंच
तैयार किया जा रहा है। ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि राम-रावण युद्ध के दौरान मंच का ऊपरी हिस्सा अपने
आप गायब हो जाएगा। इसके लिए तकनीक का सहारा ले रहे हैं।

फूलों की होली होगी

नवश्री धार्मिक लीला कमेटी महामंत्री जगमोहन गोटेवाला ने बताया कि पहली बार लीला में फूलों की होली भी होगी।
भगवान कृष्ण को लेकर नृत्य-नाटिका का मंचन होगा।

इस बार दिल्ली में रामलीला मंच पर राम-रावण की सेना थ्रीडी शस्त्रत्तें से युद्ध करेगी। दिल्ली में रामलीला मंचन
को लेकर तैयारियां जारी है। रामलीला के मंच ही नहीं प्रवेश द्वार भी आकर्षण का केंद्र होंगे।

प्रवेश द्वार के ऊपर दस फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित की जाएगी, जिसे बनाने के लिए कोलकाता से खासतौर पर
कलाकार आए हैं। लालकिला मैदान में रामलीला का मंचन करने वाली लव कुश रामलीला कमेटी के अध्यक्ष अर्जुन
कुमार ने बताया कि रामलीला मंच पर राम-रावण की सेना थ्री डी शस्त्रत्तें से लड़ती दिखेगी। कलाकार के हाथ में
शस्त्रत्त् की जगह थ्री डी मैपिंग के माध्यम से लेजर लाइट से बने शस्त्रत्त् दिखाई देंगे।

ऐसा लीला के मंचन के लिए कुछ प्रसंग निर्धारित किए गए हैं, जिसमें यह झलकी देखने को मिलेगी। साथ ही पांच
दशक बाद पुराने शस्त्रत्तें को नया स्वरूप दिया जा रहा है। गदा से लेकर भाले का वजन पहले की तुलना में कम
होगा।

सोने-चांदी के मुकुट पहनेंगे कलाकार रामलीला में कलाकार चांदी और सोने की परत से तैयार मुकुट पहनेंगे।
रामलीला अमृत महोत्सव पर आधारित है। रामलीला मैदान में मंचन करने वाली श्री रामलीला कमेटी के चेयरमैन
अजय अग्रवाल ने कहा कि मैदान का आकार बड़ा होने की वजह से 15 हजार दर्शकों के बैठने की व्यवस्था की जा
रही है। मंच को अयोध्या के राम मंदिर की तर्ज पर तैयार करेंगे।

प्रवेश द्वार पर होगी भगवान राम की प्रतिमा
रामलीला मंच परिसर में श्रीराम द्वार और नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वार को तैयार किया जा रहा है। प्रवेश द्वार
की ऊंचाई करीब 30 फीट होगी। द्वार के ऊपरी हिस्से पर दस फीट की ऊंचाई की प्रतिमा स्थापित की जाएगी।
इसके अलावा यहां इंडिया गेट के कर्तव्यपथ की झलक भी देखने को मिलेगी।