टमाटर आजकल कुछ ज्यादा ही भाव खा रहा है। जिसकी वजह से लोगों को बहुत सोच समझ कर इसे खरीदना पड रहा है। वैसे तरीदार सब्जी की बिना टमाटर के कल्पना नहीं की जा सकती। लेकिन इसकी बढ़ती कीमतों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि इससे कुछ समय के लिए उचित दूरी बनाना ही सही रहेगा। वर्ना यह आपका बजट बिगाड़ सकता है। जिस कीमत पर बाजार में यह बेचा जा रहा है उतने में 1 कि0ग्रा0 सेब या फिर वाहन के लिए 2 लीटर पेट्रोल ख़रीदा जा सकता है।
बीते वर्ष 2023 में भी जुलाई अगस्त माह में टमाटरों की कीमतों ने इसी तरह परेशान किया था। तब भी इसकी कीमतें 200 रु के आकंड़े को पार कर गयीं थीं।
टमाटर एंडीज पर्वत की घाटियों में अब से 2600 साल पहले उगाया जाता था। आलू की तरह टमाटर भी दक्षिण अमेरिका से पूरे विश्व में फैला। अमेरिका के खोजकर्ता कोलंबस ने इसको प्रचलित किया। वही इसको लेकर यूरोप गया और पुरे विश्व में फैला। वर्तमान में उत्पादन के मामले में चीन पहले स्थान पर है। भारत उत्पादन के मामले में दूसरे स्थान पर आता है। नेशनल हॉर्टिकल्चरल रिसर्च एंड डेवलपमेंट फाउंडेशन (National Horticulture research and development foundation) के अनुसार, चीन 5.6 करोड़ टन उत्पादन के साथ शीर्ष पर है। वहीं, भारत करीब 2 करोड़ टन टमाटर का उत्पादन करके दूसरे स्थान पर है।