पर्यटकों की पहली पहली पसंद है लद्दाख के ये खूबसूरत स्थल

लद्दाख भारत के सबसे खूबसूरत केंद्र शासित प्रदेशों में से एक है। बर्फ से ढंके पहाड़ों और ऊँचे मोटर मार्गों के लिए दुनियाभर के सैलानियों की पहली पसंद है। यदि आप ट्रैवलिंग के शौक़ीन हैं तो यकीन मानिये लद्दाख आपकी ट्रैवलिंग लिस्ट में ज़रूर शामिल होगा।

लद्दाख घूमने का सही समय 

बेहद ठंडा इलाका होने के कारण यहां गर्मियों में घूमने ज़रूर आएं। मार्च से सितंबर के बीच का समय सबसे अच्छा माना जाता है। हाँ अगर आपको बर्फ का आनंद लेना है, तो सर्दियों में भी यहाँ जा सकते हैं। साल के हर मौसम में यह जगह आपको मोहित कर देगी। सर्दियों में यहाँ तापमान काफी कम हो जाता है। अक्सर सर्दियों में तापमान -10 से -15 डिग्री सेल्सियस तक रहता है।

मुख्य आकर्षण केंद्र 

पैंगोंग झील : खारे पानी की झील 

खूबसूरत झील के किनारे कुछ खुशनुमा पल बिताना चाहते हैं तो, यह स्थान आपके लिए सबसे योग्य है। यह झील लद्दाख के मुख्य आकर्षण केंद्रों में से एक है। ख़ास बात है कि इसका पानी खारा होता है। खारा होने के बावजूद भी सर्दियों में यह झील जम जाती है। आप यहां आराम से बैठ कर कुछ सुखद पलों की अनुभूति कर सकते हैं।

खारदुंग ला : सबसे ऊँचा मोटर मार्ग 

लद्दाख के सबसे ऊँचे स्थानों में से एक है। खारदुंग ला मोटरबाइक राइडिंग के शौक रखने वाले लोगों के लिए ख़ास है। यह मोटरेबल पास लेह से लगभग 40 किमी. की दूरी पर है। इसकी ऊंचाई 5359 मीटर (17582 फीट) है। इसे विश्व के सबसे ऊंचे मोटरेबल सड़क का दर्जा प्राप्त है। 

नुब्रा वैली : लद्दाख का बाग़ 

अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए यह घाटी काफी मशहूर है। यह श्योक और नुब्रा नदियों के संगम पर स्थित है। नुब्रा घाटी बेहद ही आकर्षक और खूबसूरत है। नुब्रा का मतलब "फूलों की घाटी" होता है। इसलिए इस घाटी को "लद्दाख के बाग" के नाम से भी जाना जाता है। 

शान्ति स्तूप : बौद्ध धर्म का प्रतीक 

बौद्ध धर्म में रूचि रखने वालों के लिए यह स्थान काफी ख़ास है। स्तूप को जापानी और लद्दाखी बौद्ध भिक्षुओं ने मिलकर बनाया था। भीड़भाड़ से दूर शांत वातावरण में यहाँ आप आध्यात्मिक आनंद ले सकते हैं। यह विश्व के सबसे ऊँचे शांति स्तूप के रूप में जाना जाता है। यहाँ से आप एक साथ सम्पूर्ण लेह शहर के मनमोहक दर्शन भी कर सकते हैं।

कैसे पहुंचे

ट्रेन द्वारा :

 सबसे करीब रेलवे स्टेशन जम्मू तवी है। यह स्टेशन लेह से करीब 700 किलोमीटर की दूरी पर है। स्टेशन से टैक्सी और बस दोनों ही सेवायें आसानी से मिल जाएँगी।

हवाईजहाज द्वारा :

यहाँ निकटम हवाई अड्डा कुशोक बकुला रिनपोछे है। जो शहर से करीब 2 किलोमीटर दूर है। पर्यटकों के लिए हवाई यात्रा बेहद फायदेमंद है। विभिन्न मुख्य शहरों से सीधी फ्लाइट उपलब्ध हैं। इससे बेहद कम समय में आप अपनी लद्दाख यात्रा पूरी कर सकते हैं।