सोशल मीडिया पर एक महिला की चर्चा हो रही है। महिला ओडिशा के उस इलाके की रहने वाली है जो
काफी दूरस्थ माना जाता है। कालाहांडी इलाके की रहने वाली इस महिला को पुलिस ने राजनेताओं और
कारोबारियों से ब्लैकमेलिंग के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरोप है कि महिला ने ब्लैकमेलिंग के
जरिए करोड़ों की संपत्ति बना ली। इस पूरे मामले की कहानी इतनी दिलचस्प है कि उड़िया फिल्मों के
एक प्रोड्यूसर ने महिला की कहानी पर फिल्म बनाने की बात कही है।
महिला की पहचान अर्चना नाग के रूप में हुई है, जिसे पिछले हफ्ते जबरन वसूली के आरोप में पुलिस
ने गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि अर्चना के घर की सजावट शानदार तरीके से की गई है।
सजावट में इम्पोर्टेड सामानों का इस्तेमाल किया गया है। महिला के महनुमा घर में करोड़ों की लग्जरी
गाड़ियां, विदेशी कुत्ते और घोड़े भी हैं।
पुलिस रिकॉर्ड में 26 साल की अर्चना एक ब्लैकमेलर है, जिसने राजनेताओं, व्यापारियों और फिल्म
निर्माताओं जैसे अमीर और प्रभावशाली लोगों से ठगी की है। आरोप है कि अर्चना ने प्रभावशाली लोगों के
साथ अपनी अंतरंग क्षणों की तस्वीरें और वीडियो बना ली और फिर उसे सार्वजनिक करने की धमकी
देकर ब्लैकमेलिंग की।
आखिर महिला की कहानी क्या है?
2015 में ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में आने से पहले अर्चना का जन्म कालाहांडी के लांजीगढ़ में
हुआ था। इसी जिले के केसिंगा इलाके में उसकी मां ने काम करते हुए पालन पोषण किया। पुलिस सूत्रों
ने बताया कि अर्चना शुरू में एक निजी सुरक्षा फर्म के लिए काम करती थी। बाद में एक ब्यूटी पार्लर में
काम करने लगी। इस दौरान उसकी मुलाकात बालासोर जिले के जगबंधु चंद से हुई। 2018 में अर्चना ने
जगबंधु चंद से शादी कर ली।
ब्यूटी पार्लर में चलाने लगी सेक्स रैकेट!
आरोप है कि शादी के बाद अर्चना अपने ब्यूटी पार्लर में सेक्स रैकेट चलाने लगी। वहीं, उसके पति
जगबंधु का कार का शोरूम था। जगबंधु की पहचान राजनेताओं, बिल्डरों, व्यापारियों और अन्य
प्रभावशाली लोगों से थी। अर्चना अपने पति के जरिए कुछ राजनेताओं समेत प्रभावशाली व्यक्तियों से
मिली। पुलिस ने दावा किया कि अर्चना ने इन शक्तिशाली व्यक्तियों की अंतरंग तस्वीरें लीं और बाद में
उन्हें पैसे के लिए ब्लैकमेल किया।
नयापल्ली पुलिस स्टेशन में की गई शिकायत में एक फिल्म निर्माता ने आरोप लगाया कि अर्चना ने
अन्य लड़कियों के साथ अपनी तस्वीरें दिखाने के बाद उससे 3 करोड़ रुपये की मांग की। एक लड़की की
एक अन्य शिकायत के आधार पर उसे 6 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था, जिसने अर्चना पर इस
रैकेट में उसका इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था।
चार साल में बनाई 30 करोड़ रुपये की संपत्ति
पुलिस ने आर्थिक अपराध शाखा से अर्चना ब्लैकमेलिंग मामले से जुड़े वित्तीय मुद्दों की जांच करने का
आग्रह किया है। एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने कहा कि पुलिस के एक आंतरिक मूल्यांकन से पता
चला है कि अर्चना और उसके पति ने 2018 से 2022 तक केवल चार साल में 30 करोड़ रुपये की
संपत्ति अर्जित की है।
भुवनेश्वर के डीसीपी प्रतीक सिंह ने कहा कि इस सिलसिले में अर्चना के खिलाफ अब तक केवल दो
मामले दर्ज किए गए हैं। डीसीपी ने कहा कि अगर अन्य ब्लैकमेल पीड़ित उसके खिलाफ शिकायत दर्ज
कराते हैं, तो पुलिस कार्रवाई शुरू करेगी। पुलिस फिलहाल अर्चना के बैंक स्टेटमेंट की जांच कर रही है।
मामले का राजनीति पर भी असर पड़ने का दावा
विपक्षी कांग्रेस विधायक एस एस सलूजा ने दावा किया कि सत्तारूढ़ बीजद सांसदों और मंत्रियों के साथ
अर्चना के संबंध का खुलासा होने पर ओडिशा में 22 साल पुरानी नवीन पटनायक सरकार गिर सकती है।
उन्होंने आरोप लगाया कि मामले में फंसे सत्तारूढ़ दल के विधायकों, मंत्रियों और युवा नेताओं को बचाने
का प्रयास किया जा रहा है। वहीं, भाजपा भुवनेश्वर इकाई के अध्यक्ष बाबू सिंह ने यह भी दावा किया कि
18 विधायकों और मंत्रियों सहित 25 राजनीतिक नेता जिनमें से अधिकांश बीजद के थे, अर्चना के
नेटवर्क में थे।