रिजवान ने कहा कि पाकिस्तानी टीम के लिए अब कुछ बचा नहीं है और उनकी टीम का अभियान एक तरह से खत्म हो गया है। रिजवान ने विराट कोहली की जमकर तारीफ की।
आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 के एक ब्लॉकबस्टर मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को छह विकेट से हरा दिया। दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में भारतीय टीम को जीत के लिए 242 रनों का टारगेट मिला था, जिसे उसने विराट कोहली के दमदार शतक (नाबाद 100) की बदौलत आसानी से हासिल कर लिया।भारतीय टीम इस जीत के साथ सेमीफाइनल में पहुंचने की दहलीज पर आ चुकी है। वहीं पाकिस्तानी टीम का बोरिया बिस्तर बंधने के करीब है।
रिजवान ने की कोहली की तारीफ़ कहा…
रिजवान ने कहा कि उनकी टीम के लिए अब कुछ बचा नहीं है, और उनकी टीम का अभियान एक तरह से खत्म हो गया है।
मोहम्मद रिजवान ने मैच के बाद कहा, ‘हम कह सकते हैं कि हमारा अभियान लगभग खत्म हो गया। हमें दूसरे मैचों के नतीजों पर निर्भर रहना होगा। एक मैच बाकी है. एक कप्तान के तौर पर मुझे ऐसे हालात पसंद नहीं है। हमारी तकदीर हमारे हाथ में होनी चाहिए थी। ‘ उन्होंने भारत खासकर 51वां वनडे शतक जमाने वाले विराट कोहली को जीत का श्रेय दिया।
मोहम्मद रिजवान कहते हैं, ‘वह इतनी मेहनत करते हैं जिसे देखकर मैं हैरान हूं। पूरी दुनिया कह रही थी कि वह फॉर्म में नहीं है, लेकिन इतने बड़े मैच में इतने आराम से रन बनाए। उनकी फिटनेस और अनुशासन काबिले तारीफ है। हमने उन्हें आउट करने की बहुत कोशिश की लेकिन कर नहीं सके। हम इस नतीजे से निराश है। हमने सभी विभागों में गलतियां की और बीच के ओवरों में विकेट नहीं ले सके।’
रिजवान ने आगे कहा, ‘हमने टॉस जीता, लेकिन टॉस का फायदा नहीं मिला. हमें लगा कि इस पिच पर 280 का स्कोर अच्छा रहेगा। बीच के ओवरों में उनके गेंदबाजों ने बहुत अच्छी गेंदबाजी की और हमारे विकेट चटकाए। मैंने और सऊद शकील ने टाइम लिया क्योंकि हम इसे डीप तक ले जाना चाहते थे। खराब शॉट सेलेक्शन ने हमें दबाव में डाल दिया और इसलिए हम 240 पर सिमट गए।’
रिजवान ने बताया, ‘ जब भी आप हारते हैं, इसका मतलब है कि आपने सभी विभागों में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। हम उन पर प्रेशर बनाना चाहते थे, लेकिन हम ऐसा नहीं कर पाए। अबरार ने हमें एक विकेट दिया, लेकिन दूसरे छोर पर उन्होंने बाकी गेंदबाजों को बहुत अच्छा खेला। विराट कोहली और शुभमन गिल ने खेल को हमसे बहुत दूर कर दिया। हमें अपनी फील्डिंग में भी सुधार करने की जरूरत है।