देश में आज से 5जी सेवा की शुरुआत, आइए क्या है पूरी जानकारी

लंबे इंतजार के बाद शनिवार को देश में 5जी सेवाओं की शुरुआत हो जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनिंदा शहरों में इसकी शुरुआत करेंगे और अगले कुछ वर्षों में क्रमिक रूप से पूरे देश में इसका विस्तार किया जाएगा। पहले चरण में दिल्ली, गुरुग्राम समेत 13 शहरों में यह सेवा शुरू होने जा रही है।

लंबे इंतजार के बाद देश में 5जी सेवाओं की शनिवार को शुरुआत होने जा रही है। माना जा रहाहै कि 5जी नेटवर्क की रफ्तार मौजूदा 4जी से लगभग दस गुना तेज होगी। पहले चरण में दिल्ली, गुरुग्राम समेत 13 शहरों में यह सेवा शुरू होने जा रही है। आइए जानते हैं कि 5जी तकनीक आने से क्या बड़े बदलाव होने वाले हैं।

तेज रफ्तार, कनेक्टिविटी बेहतर

4जी में इंटरनेट की डाउनलोड स्पीड 150 मेगाबाइट्स प्रति सेकंड तक है जबकि 5जी में यह 10 जीबी प्रति सेकंड तक जा सकती है। अभी दो घंटे की फिल्म डाउलनोड करने में करीब 7 मिनट तक का समय लगता है लेकिन 5जी से सिर्फ 10 सेकंड में ही पूरी फिल्म डाउनलोड हो जाएगी। सिर्फ इंटरनेट ही नहीं कॉल और नेटवर्क कनेक्टिविटी भी बेहतर होगी पहले जब भी आप किसी भीड़-भाड़ वाले इलाके में जाते थे तो नेटवर्क काफी धीमा हो जाता था, लेकिन 5जी के साथ ऐसा होने की संभावना नहीं है। सेल्फ ड्राइविंग कारों की कनेक्टविटी में सुधार होगा। इससे सर्वर और फोन के बीच होने वाली कम्यूनिकेशन काफी बेहतर हो जाएगी और डेटा भी तेज स्पीड से ट्रांसफर होगा।

इन 13 शहरों में पहले शुरुआत

पहले फेज में 13 शहर अहमदाबाद, बेंगलुरु, चंडीगढ़, चेन्नई, दिल्ली, गांधीनगर, गुरुग्राम, हैदराबाद, जामनगर, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई और पुणे में 5जी कनेक्टिविटी की शुरुआत की जाएगी। वहीं 5जी तकनीक से लैस फोन की मांग बढ़ी है। काउंटर पॉइंट रिसर्च की रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2021 में कुल बिके फोन में 16% 5जी से लैस

क्या खूबियां

  1. बेहतरीन स्पीड मिलेगी, मौजूदा 4जी से करीब 10 गुना ज्यादा
  2. व्हाट्सऐप या अन्य ऐप्लिकेशन में वीडियो कॉल बिना किसी रुकावट के हो पाएंगी
  3. किसी भी ऑनलाइन प्लैटफार्म पर एचडी वीडियो बिना बफरिंग के चलेंगे, यानी रुकेगा नहीं
  4. ऐसे वाहनों का संचालन आसान होगा जिसमें ड्राइवर की जरूरत नहीं  होती
  5. स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा बदलाव आएगा, ऑपरेशन तकनीक और बेहतर होगी
  6. पूरे देश में प्रशासनिक सेवाओं को ऑनलाइन करना और भी ज़्यादा आसान होगा
  7. लगभग हर औद्योगिक क्षेत्र आसानी से क्लाउड तकनीक का इस्तेमाल कर पाएगा