डीपफेक का नया मामला: रणवीर सिंह के पिता ने X यूजर के खिलाफ दर्ज कराई FIR। रश्मिका मंदाना की डीपफेक की विडिओ सबसे चर्चित न्यूज़ सुर्ख़ियों में आई, जिसका विरोध करते हुए फिल्म इंडस्ट्री ने काफी बुलंद आवाज उठाई।
लोकसभा इलेक्शन के दौरान कुछ शरारती तत्व ने AI के डीपफेक टूल का इस्तेमाल कर रणवीर सिंह का वीडियो वायरल किया है, जिसमें वो मतदाताओं से सही पार्टी को वोट देने का आग्रह करते हैं और स्क्रीन पर 'वोट फॉर कांग्रेस' आजाता है।
डीपफेक को फोटोज़ की हेराफेरी (या डिजिटल हेराफेरी) के रूप में समझा जा सकता है। डीपफ़ेक टेक्नोलॉजी का प्रगोग करते हुए एक मौजूदा चित्र अथवा वीडियो में एक व्यक्ति की जगह किसी दूसरे को इतनी दक्षता से लगा देना, जिससे दोनों की समानता का अंतर करना अत्यधिक कठिन हो जाए।
डीपफेक का प्रयोग करके किसी व्यक्ति के चेहरे को किसी अन्य बॉडी पर लगाया जा सकता है। इस कांसेप्ट को आर्टिफिशल इंटेलिजेंस की मदद से क्रियान्वित किया जाता है। आजकल यह ऑनलाइन AI टूल्स की सहायता से आसानी से किया जा सकता है।
डीपफेक अक्सर मौजूदा स्रोत सामग्री को बदल देते हैं जहां एक व्यक्ति को दूसरे से बदल दिया जाता है। वे पूरी तरह से मौलिक सामग्री भी बनाते हैं जहां किसी को कुछ ऐसा करते या कहते हुए दर्शाया जाता है जो उन्होंने नहीं किया या कहा नहीं।
डीपफेक एक प्रकार के तंत्रिका नेटवर्क (neural network) पर निर्भर करते हैं जिसे ऑटोएनकोडर कहा जाता है।
इसमें एक एनकोडर तथा एक डिकोडर होता है जो चित्रों को आपस में बदल देता है। कई बार यह छवि का पुनर्निर्माण भी करता है।
भारत में डीपफेक से निपटने के लिए अभी कोई कानून नहीं है, इसी की मांग को प्रसिद्द हस्तियों द्वारा किया जा रहा है।
पोर्न बनाने के लिए किसी की सहमति के बिना उसकी छवि का उपयोग करने से भावनात्मक और शारीरिक रूप से हानिकारक प्रभाव पड़ सकता है।
लेकिन कोई भी संघीय कानून संयुक्त राज्य अमेरिका में बिना सहमति के डीपफेक के निर्माण या साझाकरण को अपराध नहीं मानता है। सिविल कोर्ट में मुकदमा चलने की भी संभावना नहीं है।
Deep Fake APPs : आज कल ऑनलाइन तथा ऐप स्टोर पे deep fake जैसा कुछ बनाने के लिए ऐप उपलब्ध है। AI द्वारा संचालित कुछ प्रसिद्ध ऐप के नाम नीचे दिए गए हैं।
क्यों डीपफेक वीडियो के खेल से सचिन तेंदुलकर की नींद उड़ी हुई है?
Deepfake के प्रयोग से सचिन तेंदुलकर का एक गेम प्रमोशनल वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में सचिन तेंदुलकर एक गेम को प्रोत्साहित करते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस वीडियो में वह कहते दिखे हैं कि उनकी बेटी भी ये गेम खेलती है। इस वायरल वीडियो ने क्रिकेटर के महान खिलाड़ी की नींद उड़ा राखी है। इस वीडियो के बारे में सचिन तेंदुलकर ने एक्स पर पोस्ट करते हुए बताया है कि यह वीडियो पूर्ण रूप से से फर्जी है।
आइये जानतें हैं इस डीपफेक (deepfake) शब्द, टेक्नोलॉजी और इसकी क्रिया-कलापों को?