कबाड़ हो चुके स्कूटर से निकाला जुगाड़, आनंद महिंद्रा हुए मुरीद

हमारे देश में शायद ही कोई व्यक्ति ऐसा होगा जिसे जुगाड़ बैठाने की तरकीब ना आती हो। हाल फिलहाल में एक व्यक्ति ने स्कूटर का इस्तेमाल कंस्ट्रक्शन साइट (Construction Site) पर इस्तेमाल होने वाली मशीन के रूप में किया। यह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है।

आपने अक्सर लोगों को छोटी - छोटी चीज़ों के लिए जुगाड़ करते देखा होगा। अक्सर लोग अपने घर पर रखी पुरानी चीज़ों से अपने लिए काम आने वाली नई चीज़ बना लेते हैं। ये जुगाड़ करने का एक बेहतरीन तरीका तो है ही लेकिन इससे आप उन चीज़ों का भी अच्छे से इस्तेमाल कर लेते हैं जिन्हे आप बिल्कुल बेकार मान चुके होते हैं। इसके साथ ही आपकी रचनात्मक क्षमता का भी विकास होता है।

ऐसा ही वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। इस वायरल वीडियो में एक स्कूटर को कंस्ट्रक्शन साइट पर इस्तेमाल होने वाली मशीन में तब्दील कर दिया गया। इस वीडियो में स्कूटर के ज़रिए सीमेंट के भारी बोरों को चौथी मंज़िल तक पहुंचाते हुए देखा जा सकता है। असल में इस स्कूटर के रियर व्हील (Rear Wheel) से एक रस्सी बांध दी गई थी। इस रस्सी की सहायता से सामान आसानी से 2 से 3 मंज़िल तक पहुंचाया जा सकता है।

आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) ने अपने ट्वीट में लिखा, "मुझे लगता है कि इसीलिए हम इन्हें 'पॉवर'ट्रेन कहते है। वाहन का इंजन की पावर को यूटिलाइज करने के कई तरीके है। ई-स्कूटर के साथ यह और भी बेहतर (और शांत!) होगा, एक बार जब उनकी लागत कम हो जाएगी या वे सेकंड-हैंड उपलब्ध होने लगेंग।" करीब 4 घंटे में ही इस वीडियो को पचार हजार से ज्यादा लोग देख चुके हैं।

https://twitter.com/anandmahindra/status/1599972590776291328

खर्च हुए सिर्फ 2 हज़ार
आनंद महिंद्रा के ट्वीट में कुछ लोगों ने स्कूटर की कीमत भी बता दी। एक व्यक्ति ने लिखा कि इस तरह की स्कूटर सेकंड हैंड बाज़ार में 2 हजार से 4 हजार रुपये की कीमत में बेचे जा रहे हैं। एक अन्य उपभोक्ता ने इस पर कमेंट करते हुए लिखा "आवश्कता अविष्कार की जननी है। हम भारतीय वाहन का सटीक तरीके से इस्तेमाल करते हैं। काम को आसान और बेहतर बनाने के लिए दिमाग के उपयोग का यह सरल उदाहरण है। "