देश की पहली Pod Car, Noida में 

Pod Taxi : यदि मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो निर्माणाधीन नोएडा इंटरनैशनल एयरपोर्ट (जेवर एयरपोर्ट) और प्रस्तावित फिल्म सिटी के बीच देश की पहली पॉड टैक्सी चलने वाली है। जल्द ही इसके लिए ग्लोबल टेंडर जारी किये जायेंगें। इस प्रॉजेक्ट को बनाने में ₹ 810 Cr खर्च होंगे। वर्ष 2024 के अंत तक आते-आते परियोजना के निर्माण कार्य को शुरू करने की योजना है और मार्च 2026 तक प्रॉजेक्ट को पूरा करने का टारगेट है।

Pod Taxi in Noida
‘The Uttar Pradesh Index(@theupindex)’  नामक ट्वीटर हैंडल ने भी इस सन्दर्भ में ट्वीट किया है।

https://twitter.com/theupindex/status/1654795166325313537?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1654795166325313537%7Ctwgr%5E46400ea91fdbc187ca38b9702aad2dde6d7daf04%7Ctwcon%5Es1_&ref_url=https%3A%2F%2Fpublish.twitter.com%2F%3Fquery%3Dhttps3A2F2Ftwitter.com2Ftheupindex2Fstatus2F1654795166325313537widget%3DTweet

क्या है POD प्रणाली?

पर्सनल रैपिड ट्रांजिट (पीआरटी) या POD सिस्टम, एक सार्वजनिक यातायात का साधन है जिसमें छोटे तथा कम क्षमता वाले स्वचालित वाहन विशेष रूप से निर्मित गाइडवे के नेटवर्क पर काम करते हैं। पीआरटी एक प्रकार का ऑटोमेटेड गाइडवे ट्रांजिट (एजीटी) है। रूटिंग के मामले में, यह लगभग निजी सार्वजनिक परिवहन प्रणालियों के ही जैसा है।

POD प्रणालियाँ छोटे समूहों को बिना रुके स्वचालित वाहनों में स्थिर पटरियों पर ले जाकर समय कम करने का प्रयास करती हैं। यात्री आदर्श रूप से किसी स्टेशन पर पहुंचने के तुरंत बाद एक पॉड में सवार हो सकते हैं, और - पटरियों के पर्याप्त व्यापक नेटवर्क के साथ - बिना रुके अपने गंतव्य के लिए अपेक्षाकृत सीधे मार्ग ले सकते हैं।

विकिपीडिया के अनुसार, वर्तमान में, दुनिया भर में पाँच POD प्रणालियाँ संचालित होती हैं, और कई अन्य योजना चरण में हैं।

https://www.youtube.com/watch?v=nT3qK2FkFR4&t
Pod Taxi By Jagran Business