हिन्दू धर्म में देवी देवताओं की आरती करना बेहद एहम माना जाता है। आरती सही तरह से करना बेहद ज़रूरी है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गलत तरह से भगवान की पूजा अर्चना करने पर आपको मनवांछित फल की प्राप्ति नहीं होती।
आज हम आपको देवी देवता की आरती करने का सही तरीका बताने वाले हैं
ॐ
आरती करते समय आरती की थाल को ॐ के आकर में घुमाएं। ऐसा करना शुभ मना जाता है।
आरती करते समय सबसे पहले आपको आरती की थाली को इश्वर के चरणों में 4 बार घूमना चाहिए। उसके बाद आपको आगे की आरती करनी चाहिए।
आरती की शुरुआत सबसे पहले गणेश वंदना से करनी चाहिए। ऐसा करते समय आपको गणेश जी का ध्यान करना चाहिए।
चरणों की आरती करने के बाद आपको भगवान की मूर्ती की नाभी और मुख की आरती उतारनी चाहिए। नाभी के समक्ष दो बार और मुख के समक्ष एक बार आरती उतारनी चाहिए।
आरती की शुरुआत करने से पहले और बाद में शंख ज़रूर बजाएं। आप आरती के बीच में भी शंख बजा सकते हैं। शंख की ध्वनि आरती में बेहद शुभ मानी जाती है।
आरती करते समय आप उसमें स्वास्तिक का चिह्न बनाना ना भूलें। इसके साथ ही आपको पूजा की थाली में फूल और दीपक ज़रूर रखना चाहिए।
डिस्क्लेमर : यह जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है। अधिक जानकारी प्रपात करने के लिए क्षेत्र के विशेषज्ञ से सलाह लें। ultranewstv इस जानकारी की पुष्टि नहीं करता और ना ही इसकी ज़िम्मेदारी लेता है।