विज्ञान के क्षेत्र में भी महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलती हैं। ऐसा करते हुए उन्होंने इस बात को साबित कर दिया है कि उनका स्थान केवल रसोई तक सीमित नहीं है। राजेश्वरी चटर्जी (1922 – 2010)
UltranewsTv | Updated : 13 April, 2023
दर्शन रंगनाथन (4 जून 1941 – 4 जून 2001) भारत की मशहूर रसायन वैज्ञानिकों में दर्शन रंगनाथन का नाम शुमार है। उन्होंने अपनी शिक्षा दिल्ली विश्वविद्यालय से ग्रहण की है। वह डीयू के मिरांडा हाउस कॉलेज में कई वर्षों तक रसायन विभाग की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं।
असीमा चटर्जी (23 सितंबर 1917- 22 नवंबर 2006) आसिमा चटर्जी विज्ञान में डॉक्टरेट की डिग्री हासिल करने वाली पहली महिला वैज्ञानिक हैं। उन्होंने ग्रेजुएशन की पढ़ाई केमिस्ट्री विषय से की है और उन्होंने डॉक्टरेट बायोलॉजिकल केमिस्ट्री के विषय से किया है।
कादम्बिनी गांगुली (18-07-1861 0 3-10-1923) डॉक्टर कादम्बिनी गांगुली को भारत की दूसरी महिला फिज़िशियन के तौर पर भी जाना जाता है। उन्होंने मेडिसिन की पढ़ाई इंग्लैंड से की है और भारत लौटने के बाद उन्होंने डफरिन अस्पताल में काम करने के साथ ही बहुत से शोध किए हैं।
जानकी अम्मल (4 नवम्बर 1897- 7 फरवरी 1984) जानकी अम्माल को वनस्पति विज्ञान विषय में डॉक्टरेट की डिग्री हासिल करने वाली पहली महिला के रूप में भी जाना जाता है। उन्होंने अमेरिका के मिशिगन विश्वविद्यालय से बॉटनी में एम.एससी.और पीएचडी. की डिग्री हासिल की है।
अन्ना मणि(23 अगस्त 1918- 16 अगस्त 2001) अन्ना मणि मशहूर मौसम वैज्ञानिक के तौर पर विख्यात हैं। सरकार से प्राप्त हुई स्कॉलरशिप पर वह मौसम विज्ञान से सम्बंधित उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए लंदन गई थी।
Raman Parimala(21 November 1948) रमन परिमला ने गणित के क्षेत्र में खूब काम किया है। इन्होने मद्रास यूनिवर्सिटी से पोस्ट ग्रेजुएशन और बॉम्बे यूनिवर्सिटी से डॉक्टरेट की पढ़ाई पूरी की है।
राजेश्वरी चटर्जी (24 जनवरी 1922 - 3 सितम्बर 2010) राजेश्वरी चटर्जी को कर्नाटक की पहली महिला इंजीनियर के तौर पर जाना जाता है। वह बेंगलुरू के भारतीय विज्ञान संस्थान में प्रोफेसर रह चुकी हैं। इलेक्ट्रिकल कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग विभाग की वे अध्यक्ष भी रह चुकी हैं।
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