Created by: Diksha Sharma
UltranewsTv | Updated : 19 November, 2024
दिल्ली, जो भारत की राजधानी है, आजकल दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल हो गई है। यहां की हवा में धूल, कार्बन मोनोऑक्साइड, और अन्य खतरनाक गैसों का स्तर खतरनाक तरीके से बढ़ चुका है।
सर्दियों में दिल्ली का प्रदूषण और भी बढ़ जाता है, जब हवा में धुंआ और धुंध की परत जमा हो जाती है। इस समय में खेतों में पराली जलाना, वाहनों की अधिकता, और निर्माण कार्य प्रदूषण के प्रमुख कारण बनते हैं।
दिल्ली का प्रदूषण लोगों के स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बन चुका है। साँस लेने में तकलीफ, अस्थमा, दिल की बीमारियाँ और आंखों में जलन जैसी समस्याएँ आम हो गई हैं।
दिल्ली सरकार और पर्यावरण मंत्रालय ने प्रदूषण पर काबू पाने के लिए कई योजनाओं की शुरुआत की है। `ऑड-ईवन` योजना, हरित आवरण बढ़ाना, और वाहनों के प्रदूषण नियमों को कड़ा करना इसके कुछ कदम हैं।
◉ सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल बढ़ाना
◉ कार्बन उत्सर्जन घटाने के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देना
◉ सख्त नियमों के तहत प्रदूषण नियंत्रण करना
◉ वनस्पतियों और पेड़ों की संख्या में वृद्धि करना
अगर हम सभी मिलकर प्रदूषण नियंत्रण के उपायों को अपनाते हैं, तो दिल्ली एक स्वस्थ और स्वच्छ शहर बन सकता है।
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