UltranewsTv | Updated : 18 November, 2024
जयपुर, जिसे `Pink city` के नाम से जाना जाता है, भारत की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर का एक अहम हिस्सा है। हर साल, जयपुर डे पर इस खूबसूरत शहर की स्थापत्य कला, समृद्ध इतिहास और जीवंत संस्कृति का जश्न मनाया जाता है।
जयपुर की स्थापना महाराजा सवाई जयसिंह द्वितीय ने 18 नवंबर 1727 को की थी।
यह भारत का पहला योजनाबद्ध शहर था और इसे वास्तुकला के महान पंडित विद्याधर भट्टाचार्य ने डिजाइन किया था। गुलाबी रंग, जो शहर की पहचान है, 1876 में प्रिंस ऑफ वेल्स के स्वागत के लिए शहर को सजाने के दौरान चुना गया था।
जयपुर डे पर शहर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं:
◉ सांस्कृतिक कार्यक्रम: लोक नृत्य, संगीत, और पारंपरिक कला प्रदर्शन।
◉ हेरिटेज वॉक: ऐतिहासिक स्थलों जैसे हवा महल, आमेर किला, और सिटी पैलेस का दौरा।
◉ फूड फेस्टिवल: राजस्थान के लजीज व्यंजन जैसे दाल बाटी चूरमा, घेवर और केर सांगरी का स्वाद।
◉ हस्तशिल्प प्रदर्शन: जयपुर के प्रसिद्ध ब्लू पॉटरी, बंधेज और जड़ाऊ गहनों की प्रदर्शनी।
जयपुर सिर्फ एक शहर नहीं, बल्कि एक अनुभव है। इसकी गलियां, बाजार, और किले हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करते हैं।
UNESCO ने इसे वर्ल्ड हेरिटेज सिटी के रूप में मान्यता दी है, जो इसकी ऐतिहासिक महत्व को दर्शाता है।
जयपुर डे केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि अपनी सांस्कृतिक विरासत और परंपराओं के प्रति सम्मान प्रकट करने का एक अवसर है। इस दिन, जयपुरवासी और पर्यटक मिलकर इस गुलाबी शहर की सुंदरता और शान को मनाते हैं।
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