जन्माष्टमी अर्थात भगवान श्री कृष्ण का प्रकटोत्सव। इस दिन भक्तगण अपने भगवान के बाल स्वरुप को अनेक प्रकार से प्रसन्न करने का प्रयास करतें हैं।
UltranewsTv | Updated : 21 August, 2024
ईश्वर के सगुण स्वरुप की इसी सेवा के क्रम में श्री कृष्ण के बाल रूप अर्थात लड्डू गोपाल के अभिषेक की विधि क्या हैं? ; जानें हमारे साथ।
इसका प्रारम्भ होता है गोसेवा से। श्रद्धालु सर्वप्रथम गौमाता की आरती करते हैं।
फिर लड्डू गोपाल की प्रतिमा का दुग्ध-अभिषेक किया जाता है।
तत्पश्चात् विग्रह को पंचामृत से स्नान करवाया जाता है।
उसके बाद कान्हा जी को फलों का भोग लगाया जाता है।
फिर से एक बार मधु (शहद) से लड्डू गोपाल को स्नान करवाया जाता है।
फिर बाल-कृष्ण का जलाभिषेक होता है अर्थात् जल से नहलाया जाता है।
उसके बाद कृष्ण जी पर पुष्प-वर्षा की जाती है।
फिर, वस्त्रादि पहनाकर लड्डू-गोपाल का श्रृंगार किया जाता है।
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