सूजी का उपमा हो या सूजी की इडली सूजी से बनने वाली डिशेज़ खाने में स्वादिष्ट होने के साथ ही हल्की भी होती हैं।
UltranewsTv | Updated : 06 February, 2024
सूजी में फेट और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा काफी कम होती है इसलिए नाश्ते में सूजी से बना नाश्ता खाना हेल्थी माना जाता है।
लेकिन क्या आप जानते हैं सूजी कैसे तैयार की जाती है और सूजी कितने तरह की होती है? आज हम आपको यही बताने जा रहे हैं।
सूजी को गेहूँ से बनाया जाता है। इसे बनाने से पहले गेहूँ को अच्छी तरह से साफ किया जाता है और फिर उसे छोटे – छोटे टुकड़ों में पीसा जाता है। इन्हे टुकड़ों को सूजी कहा जाता है।
अंग्रेजी में सूजी को सेमोलिना कहा जाता है। इसके अलावा कुछ लोग सूजी को रवा भी कहते है।
भारत में सूजी की कई किस्में पाई जाती है। अलग – अलग तरह की सूजी का इस्तेमाल ज़रूरत के हिसाब से किया जाता है।
यह सूजी आपको आसानी से मिल जाएगी। भारत के कुछ राज्यों में इसे बॉम्बे रवा के नाम से भी जाना जाता है। इसे ड्यूर्म वीट से बनाया जाता है। यह मोटी और पतली दोनों तरह की होती है।
यह गेहूँ के टूटे हुए बड़े टुकड़े होते है। इस तरह की सूजी मोटी होती है। इसका इस्तेमाल दलिया, उपमा और लापसी बनाने में किया जाता है।
इसे एक अलग तरह की गेहूँ से तैयार किया जाता है। यह सामान्य सूजी की तुलना में भूरे रंग की होती है। इसे चिरोती रवा के नाम से भी जाना जाता है। दक्षिण भारत में इस सूजी का इस्तेमाल अधिक किया जाता है।
इस सूजी को चावल के छोटे टुकड़ों से तैयार किया जाता है। इसका स्वाद गेहूँ से बनी सूजी से थोड़ा अलग होता है। इसे घर पर बनाना आसान है।
सूजी कैल्शियम का एक अच्छा स्त्रोत है। एक रिसर्च के अनुसार 100 ग्राम सूजी में 17 मिलीग्राम कैल्शियम होता है।
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