Created by: Diksha Sharma
UltranewsTv | Updated : 19 November, 2024
कुंभ मेला हिंदू धर्म का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन है, जो हर 12 साल में चार प्रमुख नदियों – गंगा, यमुना, सरस्वती और गोमती – के संगम स्थल पर आयोजित किया जाता है।
यह मेला आस्था, पूजा, साधना, और धार्मिक संगम का प्रतीक है। 2025 में महा कुंभ मेला का आयोजन प्रयागराज (इलाहाबाद) में होने जा रहा है, और यह निश्चित रूप से एक ऐतिहासिक और आध्यात्मिक अनुभव होगा।
कुंभ मेला एक ऐसी धार्मिक परंपरा है, जिसमें लाखों भक्त स्नान करने और पुण्य अर्जित करने के लिए एक साथ आते हैं। इसे `महा कुंभ` कहा जाता है जब यह मेला विशेष रूप से सबसे बड़े और भव्य रूप में आयोजित होता है।
प्रयागराज, जहां गंगा, यमुना और सरस्वती नदियाँ मिलती हैं, इसे तीर्थराज कहा जाता है। यही वह स्थल है जहां हजारों साल से कुंभ मेला आयोजित किया जाता रहा है। यह संगम स्थल धार्मिक दृष्टि से अत्यधिक महत्वपूर्ण है, और यहाँ स्नान करने से पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
2025 में महा कुंभ मेला आयोजन के लिए विशेष रूप से तैयारियों की शुरुआत हो चुकी है। इस बार मेला में बहुत से नए बदलाव किए गए हैं, ताकि श्रद्धालुओं को एक बेहतर और सुरक्षित अनुभव मिल सके।
◉ विशाल साधु अखाड़े – कुंभ मेला में साधु-संतों के अखाड़े और उनकी अद्भुत यात्रा देखने को मिलती है।
◉ विशाल स्नान घाट – संगम के किनारे बनाए गए विशाल स्नान घाटों पर लाखों लोग एक साथ पवित्र स्नान करेंगे।
◉ धार्मिक सम्मेलन और भव्य पूजा – हर दिन महाकुंभ में लाखों लोग पूजा, मंत्रोच्चारण, और संत-महात्माओं के प्रवचन में शामिल होंगे।
महा कुंभ मेला 2025 में कई विशेष आकर्षण होंगे:
◉ स्नान के मुहूर्त
◉ आध्यात्मिक अनुष्ठान
◉ कला और सांस्कृतिक कार्यक्रम
महा कुंभ मेला में भाग लेने के लिए श्रद्धालुओं को यात्रा की सही योजना बनानी होगी:
◉ संगम स्थल तक पहुँचने के लिए विशेष मार्ग तैयार किए जाएंगे।
◉ धार्मिक यात्राओं के लिए पैकेज तैयार किए जाएंगे ताकि श्रद्धालुओं को एक आसान और व्यवस्थित यात्रा का अनुभव हो।
◉ स्थानीय गाइड और साधु जो मेला स्थल के बारे में अधिक जानकारी देंगे, उनका सहयोग लिया जा सकेगा।
महा कुंभ मेला न केवल भारत, बल्कि दुनिया भर से श्रद्धालुओं और पर्यटकों को आकर्षित करता है। यह एक ऐसा आयोजन है, जो हर वर्ष लाखों लोगों की आस्था और विश्वास का प्रतीक बनता है। 2025 में महा कुंभ मेला एक वैश्विक धार्मिक उत्सव के रूप में सामने आएगा, जिसमें हर धर्म, समुदाय, और संस्कृति का सम्मान किया जाएगा।
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