अब से कुछ ही दिनों में होली का त्यौहार आने वाला है। रंगों का त्यौहार होली मौज मस्ती का त्यौहार है।
रंगों के बिना होली खेलने का कोई मज़ा नहीं है। लेकिन होली के सिंथेटिक रंग आपकी तवचा के लिए बेहद हानिकारक होते हैं।
सिंथेटिक रंगों की जगह आपको होली खेलने के लिए प्राकृतिक रंगों का इस्तेमाल करना चाहिए। इससे होली खेलने के साथ ही आपकी त्वचा भी सुरक्षित रहेगी।
गाजर का जूस निकालने के बाद इसके बुरादे को धूप में सुखा लें और सूखने के बाद इसका पाउडर बना लें। होली खेलने के लिए नेचुरल गुलाबी रंग तैयार है।
इसे बनाने के लिए आपको गुलाब की पंखुड़ियों को धूप में सुखाना है। पंखुड़ियों के सूख जाने के बाद आप आसानी से इसका पाउडर बना सकते हैं।
टेसू के फूलों से आप होली खेलने के लिए प्राकृतिक नारंगी रंग प्राप्त कर सकते हैं। इसकी पंखुड़ियों को धूप में सुखाने के बाद आप आसानी से इसका पाउडर बना सकते हैं|
आप चाहें तो मेहंदी के पाउडर का इस्तेमाल होली के त्यौहार में हरे रंग की तरह कर सकते हैं। इसकी रंगत को हल्का करने के लिए आप इसमें गेहूं का आटा मिला सकते हैं।
काले रंग के अंगूर का जूस निकालकर या अंगूरों को पानी में उबालकर आप होली खेलने के लिए नीला रंग तैयार कर सकते हैं। ये प्राकृतिक नीला रंग आपकी त्वचा को ग्लोइंग बनाएगा।