UltranewsTv | Updated : 23 October, 2024
धनतेरस पर नए बर्तन खरीदने की परंपरा के पीछे कई धार्मिक और सांस्कृतिक मान्यताएँ जुड़ी हुई हैं।
इस दिन बर्तन खरीदना विशेष रूप से शुभ माना जाता है, और इसका कारण धार्मिक कथाओं एव समृद्धि से संबंधित धारणाओं में निहित है। आइए जानते हैं इसका महत्व:
धनतेरस के दिन भगवान धनवंतरि समुद्र मंथन से अमृत कलश (जो एक बर्तन था) के साथ प्रकट हुए थे। इस अमृत कलश के कारण ही इस दिन बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है, क्योंकि इसे घर में स्वास्थ्य और समृद्धि लाने का प्रतीक माना जाता है।
बर्तन धातु से बने होते हैं, और धातु को भारतीय संस्कृति में स्थिरता और संपन्नता का प्रतीक माना जाता है। इस दिन खरीदे गए नए बर्तन घर में धन और सुख-शांति लाते हैं, ऐसा विश्वास है।
धनतेरस के दिन देवी लक्ष्मी की पूजा होती है, जो धन और समृद्धि की देवी हैं। नए बर्तन खरीदने का अर्थ है, देवी लक्ष्मी का स्वागत करना और उनके आशीर्वाद से घर में समृद्धि और सुख का आगमन सुनिश्चित करना।
समाज में यह प्राचीन परंपरा चली आ रही है कि धनतेरस के दिन कुछ न कुछ नया अवश्य खरीदना चाहिए।
इससे घर में शुभता और नए सिरे से शुरुआत का प्रतीक होता है। बर्तन खरीदने की परंपरा इसलिए भी लोकप्रिय है क्योंकि ये रोजमर्रा के जीवन में उपयोगी होते हैं और नए बर्तन घर में नएपन और समृद्धि का एहसास कराते हैं।
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