सऊदी अरब की राजधानी में हिंदू सभ्यता का इतिहास, आइए जानते हैं इस इतिहास के बारे में

इस्लाम के अरब देश सऊदी अरब की राजधानी रियाद में एक चौका देने वाली बात सामने आई है. दरअसल, रियाद में खुदाई के दौरान 8 हजार साल पुराना मंदिर मिला है. रियाद के दक्षिण पश्चिम इलाके के अल-फॉ की साइट पर पुरातत्व विभागों को खुदाई के समय 8 साल पुराना मंदिर मेला. पुरातत्व विभाग की खुदाई यह साबित करती है कि 8000 साल पहले हिंदू सभ्यता सऊदी अरब के अस्तित्व में छिपा हुआ था. आपको बता दें कि जिस तरह भारत में यज्ञ वेसी दिशा होता है उसी तरह खुदाई के दौरान मंदिर की भी यज्ञ वेसी दिशा उसी स्थान पर है.

पुरातत्व के संगठन सऊदी अरब हेरिटेज कमीशन ने सऊदी अरब और फ्रांस में खुदाई की थी. इसके साथ ही कमीशन की रिपोर्ट यह भी बताती है कि वहां पर मानव अवशेष और 1807 कब्रे भी खुदाई के दौरान मिली थी. खुदाई के दौरान मिले सबूतों से यह साफ होता है कि 800 साल पहले यहां मनुष्य रहते थे और पूजा पाठ भी करते थे. यहां पर एक हिंदू सभ्यता की बस्ती थी.

कैसे पुष्टि हुई हिंदू सभ्यता की?

हेरिटेज कमीशन की खुदाई के बाद मल्टी नेशनल टीम की सर्वे भी करवाई गई. जिसके बाद कई और अहम बातें सामने आई. पूरी सच्चाई जानने के लिए एरियल इन्वेस्टिगेशन से लेकर जमीन की तह तक की खुदाई की गई. बताया गया कि अल-फॉ में रह रहे लोग पूजा पाठ के अधीन में थे. पूजा-पाठ उनके जीवन का एक हिस्सा था. जानकारी के मुताबिक बताया गया कि धार्मिक श्रृंखलाओं के साथ वहां पर सिंचाई की भी व्यवस्था थी. कई तरह के गड्ढे, नहर, नाले बनाए गए थे जहां से खेतों के लिए पानी की सिंचाई की व्यवस्था थी.

रिपोर्ट के मुताबिक रेगिस्तान में भी लोगों को पानी को लेकर काफी कठिनाइयों का भी सामना करना पड़ा था. कड़ी मेहनत के बाद लोग खेतों तक पानी की व्यवस्था पहुंचाते थे. जहां लोग रहेंगे वही बर्तन भी आपस में टकराएंगे. इससे यह कहना था कि वहां पर लोगों के बीच झड़प और झगड़े भी होते थे कम्युनिटी जंग को लेकर भी कई बातें रिपोर्ट में सामने आई. इसके बाद कमिश्नर का कहना था कि यह खुदाई और उनका रिसर्च वर्क ऐसे ही जारी रहेगा, ताकि लोगों को उनकी विरासत की जानकारियां उपलब्ध करवाई जाए.