मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि दिल्ली के न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी हुई है। ऐसा बढ़ते प्रदूषण के कारण हुआ है। धूल और प्रदूषण की वजह से सूरज की किरणें ऊपर नहीं निकल पाती। एक हफ्ते तक मौसम के मिजाज़ में कोई बदलाव ना होने की संभावना है।
पिछले कुछ दिनों से दिल्ली के तापमान में बदलाव देखने को मिल रहा है। राजधानी का न्यूनतम तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है। ऐसा होने के कारण दिल्ली में लोगों को रात में भी पंखा चलाकर सोना पड़ रहा है। इससे दिन में गर्मी भी महसूस हो रही है।
स्मोग है इसके पीछे का कारण
दिल्ली में न्यूनतम तापमान के बढ़ने की वजह से राजधानी की जनता रविवार और सोमवार की रात को पंखा चलाकर सोए। पिछले कुछ दिनों में न्यूनतम तापमान में 3 डिग्री की बढ़ोतरी हुई है। दिल्ली-एनसीआर की बात की जाए तो यहाँ तापमान 14 डिग्री से बढ़कर 17 डिग्री तक पहुँच गया है। इस तापमान में इज़ाफे का मुख्य कारण बढ़ता प्रदूषण है। स्मोग का बढ़ना इसके पीछे की मुख्य वजह है।
न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी
एयर क्वालिटी इंडेक्स की श्रेणी गंभीर से बहुत खराब होने पर ग्रेप का चौथा चरण हट गया है लेकिन स्मोग की परत अभी भी लोगों को काफी परेशान कर रही है। इसके कारण दिल्ली-एनसीआर में अभी भी गर्मी है। आलम यह है कि नवम्बर के महीने में भी दिल्ली वालों का पसीना छूट रहा है। ऐसे में लोगों को रात में भी पंखा चलाकर सोना पड़ रहा है।
हफ्ते भर ऐसा ही रहेगा आलम
मौसम वैज्ञानिक महेश पलावत ने बताया है कि धूप निकलने और हवाओं के चलने पर प्रदूषण के स्तर में गिरावट आती है तो ही गर्मी को ऊपर जाने की जगह मिलती है। उनका कहना है कि प्रदूषक तत्वों के कारण ही गर्मी के स्तर में इज़ाफा हुआ है। इन दिनों में बारिश होने की कोई संभावना नहीं है।
3 डिग्री बड़ा न्यूनतम तापमान
अक्टूबर के अंत तक न्यूनतम तापमान 14 डिग्री था जो पिछले दो दिनों में बढ़ कर 17 डिग्री से भी ऊपर पहुँच गया है। अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे जा ही नहीं पाया। रविवार को अधिकतम तापमान 31.5 डिग्री दर्ज किया गया वहीं न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री अधिक 17.5 डिग्री रिकॉर्ड हुआ। नजफगढ़ और पीतमपुरा में भी तापमान 22 डिग्री से भी ऊपर चला गया। वहीं हवा में नमी का स्तर 94 से 54 प्रतिशत रहा।