नवजात शिशुओं को जन्म के बाद तुरंत नहलाना उनकी सेहत के लिए काफी हानिकारक हो सकता है. उन्हें जन्म
के बाद कम से कम 24 घंटे के बाद नहलाना चाहिए. दरअसल 24 घंटे में लाने के बाद बच्चों के मृत्यु दर में कमी
लाई जा सकती है. यह जानकारी एम्स दिल्ली और अंश ऋषिकेश के एक संयुक्त अध्ययन में सामने आई है.
जिसमें बच्चे के होने के बाद 24 घंटे तक बच्चे को नहलाना नहीं चाहिए.
इस अध्ययन के मुताबिक नवजात बच्चों को देर से नहलाने से उनमें हाइपोथर्मिया और हाइपोग्लाइसीमिया के खतरे
से बचाया भी जा सकता है. डॉक्टर मयंक प्रियदर्शी और डॉक्टर जीवा शंकर इसके प्रमुख अध्यक्ष करता है. जिन्होंने
इस बात की पुष्टि दी है. यह अध्ययन जर्नल ऑफ ग्लोबल हेल्थ में प्रकाशित की गई है. कम से कम जन्म के 6
घंटे तक बच्चे को बिल्कुल नहलाना नहीं चाहिए. इससे पहले नहलाने से बच्चे में कई तरह का खतरा देखने को
मिल सकता है. जिन शिशुओं को तुरंत नहला दिया जाता है. उन्हें अचानक ठंड लगने लग जाती है. जिससे उनकी
बॉडी शो करने लग जाती है. हाइपोथर्मिया शरीर में एक ऐसी स्थित पैदा कर देती है. जिसमें तापमान शरीर का
सामान्य से भी कम हो जाता है.
इन बातों का रखें ख्याल
शिशु को नहलाने के लिए एक शिशु टब या सिंक का उपयोग करें.
पानी में तापमान की जांच करें ज्यादा गर्म या ज्यादा ठंडा नहीं होना चाहिए.
एक सपाट सत्य है पर बच्चे को लेट आए जो आप दोनों के लिए आरामदायक हो.
बच्चे को हल्के हाथों से नहलाने पहले चेहरा धोना शुरू करें फिर शरीर हो सके तो नहलाने के लिए गीले कपड़े का
प्रयोग करें.