राजधानी में अब शिक्षा से कोई वंचित नहीं रहेगा। केंद्र और राज्य सरकार के न्यू इंडिया लिटरेसी कार्यक्रम के तहत
सभी के लिए शिक्षा सुनिश्चित की जाएगी। इसे लेकर वर्ष 2022-2027 का खाका जारी किया गया है।
अभी इस कार्यक्रम के तहत 15 से 35 वर्ष वालों को वरीयता दी जाएगी। उसके बाद 35 और अधिक आयु वर्ग के
लोगों को शामिल किया जाएगा। पहले शैक्षणिक सत्र 2022-23 में 66 हजार शिक्षार्थियों का लक्ष्य रखा गया है। हर
वर्ष के लिए जिले भी निर्धारित किए गए हैं।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य सबके लिए शिक्षा के सभी पहलुओं से रूबरू करना है, जिसमें मूलभूत साक्षरता और
संख्यात्मकता, जीवन कौशल, व्यावसायिक कौशल, बुनियादी शिक्षा और सतत शिक्षा शामिल हैं।
वालंटियर शिक्षक सर्वे करेंग्ो इस योजना को लागू करने को लेकर रणनीति तैयार की गई है। इसके तहत जिला
स्तर पर उप शिक्षा निदेशक (जिला) को नोडल एजेंसी बनाया जाएगा।
योजना के क्रियान्वयन के लिए जिले के सभी स्कूल इकाई होंगे। शिक्षार्थियों की पहचान को लेकर वालंटियर शिक्षक
की ओर से सर्वेक्षण किया जाएगा। स्कूल स्तर पर शिक्षक समन्वयक को नामित करेंगे।
कोई भी दे सकता है सेवा राजधानी में इस अभियान से जुड़ शिक्षार्थियों को बुनियादी साक्षरता प्रदान करने के लिए
नियमित शिक्षकों, अतिथि/संविदा शिक्षकों, छात्र वालंटियर और समाज में काम करने
वाले वालंटियर की मदद ली जाएगी। इसमें पूर्व छात्र, गृहणियां, एनसीसी भी वालिंटयर के रूप में शामिल हो सकते
हैं। अगर किसी छात्र के परिवार या आसपड़ोस में कोई गैर-शिक्षित है तो वह उन्हें शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करेंगे।