अनुराधा पौडवाल – Anuradha Paudwal जन्मदिन विशेष: 27 अक्टूबर  

अनुराधा पौडवाल एक भारतीय पार्श्व गायिका हैं, जो मुख्य रूप से हिंदी सिनेमा में काम करती हैं। मीडिया में उन्हें सबसे प्रमुख भजन गायकों में से एक और बॉलीवुड के 80 और 90 के दशक के सबसे सफल पार्श्व गायकों में से एक के रूप में वर्णित किया गया है। हिंदी गानों  के अलावा अनुराधा  ने पंजाबी , तमिल , मराठी , उडिआ, नेपाली और बंगाली आदि भाषाओ  में गीत गए है।

अनुराधा पोडवाल का जन्म  27 अक्टूबर 1954 में कर्नाटक  के करवार जिले के कोंकड़ी परिवार में हुआ था। अनुराधा का पालन पोषण मुंबई में हुआ, अनुराधा के पति अरुण पोडवाल संगीतकार SD बर्मन के यहां पर सहायक संगीतकार थे।

अनुराधा पौडवाल बायोग्राफी

असली नाम अलका नाडकर्णी
जन्म27 अक्टूबर 1954 (आयु 68 वर्ष)
जन्म स्थानकारवार, कर्नाटक, भारत
वैवाहिक स्थिति विवाहित
कई भाषाओं में गानेगुजराती, हिंदी, कन्नड़, मराठी, संस्कृत, बंगाली, तमिल, तेलुगु, उड़िया, असमिया, पंजाबी, भोजपुरी, नेपाली और मैथिली।
पतिअरुण पौडवाल
बेटीकविता पौडवाल
व्यवसाय पार्श्व गायक, भजन गायक
सम्मानभारत सरकार द्वारा पद्मश्री
डी.लिट की मानद उपाधि. डी वाई पाटिल विश्वविद्यालय द्वारा

फिल्म "अभिमान" से की थी करिअर की शुरुआत 

अनुराधा ने अपने करिअर की शुरुआत फिल्म 'अभिमान' से की थी, ये फिल्म SD बर्मन के निर्देशन में बनी थी। इस फिल्म में अनुराधा ने जया भादुड़ी के लिए एक श्लोक गया था, इसके बाद एक समय ऐसा आया की हर फिल्म में अनुराधा को ही गाना  होता था।  इस सिंगर की वजह से लता मंगेशकर का करियर खतरे में आ  गया था। हिंदी म्यूजिक इंड्रस्ट्री के मशहूर सिंगर गुलशन कुमार ने अनुराधा पोडवाल की किस्मत चमका दी, ‘ आशिकी ‘ , ‘दिल है कि  मानता  नहीं’ और ‘बेटा ’ जैसी फिल्मो में गाना गाने के लिए उन्हें लगातार तीन बार फिल्मफेयर अवार्ड से सम्मानित किया गया। 

क्यों छोड़ी बॉलीवुड इंडस्ट्री 

लगातार हिट रोमांटिक गाने देने वाली अनुराधा अब सिर्फ भजन ही गाती है, एक इंटरव्यू में अनुराधा ने बताया कि , मैंने अब बॉलीवुड इंड्रस्ट्री से किनार कर लिया है, क्यूंकि अब गाने में बोल और म्यूजिक पहले जैसे  मीठे नहीं होते है, और वो आनंद अब भजन में मिलता है।  

पति और बेटे की मौत से टूटी अनुराधा

अनुराधा के पति अरुण पोड़वाल का निधन 1990 में हो गया था।

उनका सिर्फ एक इकलौता बेटा  था,  जिसका निधन 2020 में हो गया था, पति और बेटे को खोने के बाद अनुराधा पूरी तरह से टूट गई।

अब अनुराधा बेटे के नाम पर एक चैरिटी ट्रस्ट चलती है।