पद्मावती बंदोपाध्याय – Padmavathy Bandopadhyay जन्मदिन विशेष : 4 नवंबर

(डॉ) एयर वाइस मार्शल पद्मावती बंदोपाध्याय (Padmavathy Bandopadhyay) भारतीय वायु सेना की प्रथम महिला एयर मार्शल हैं। पद्मावती भारत की एयरोस्पेस मेडिकल सोसाइटी की फेलो बनने वाली पहली महिला है साथ ही, वो उत्तरी ध्रुव पर वैज्ञानिक शोध करने वाली पहली भारतीय महिला भी हैं। भारतीय वायुसेना की सेवा और चिकित्सा के क्षेत्र में अपने उत्कृष्ट कार्य कार्यों के लिए उन्हें साल 2020  में पद्मश्री  से सम्मानित किया गया था।

परिचय

पद्मावती बंदोपाध्याय का जन्म 4 नवंबर,1944 को  तिरुपति, आंध्र प्रदेश में हुआ था। उनके बचपन का नाम पद्मावती स्वामीनाथन था। उन्होंने वायु सेना के एक अधिकारी एस. एन. बंदोपाध्याय से शादी की है। डॉ पद्मा ने मानविकी धारा में डीटीईए में अध्ययन किया  है। इसके अलावा उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से विज्ञान स्ट्रीम में अपना स्नातक पूरा किया । इसके बबाद पद्मावती ने किरोड़ीमल कॉलेज में प्री-मेडिकल की पढ़ाई की और साल 1963 में सशस्त्र बल मेडिकल कॉलेज, पुणे में दाखिला लिया।

करियर

पद्मावती बंदोपाध्याय साल 1968 में भारतीय वायु सेना में शामिल हुईं थी । उन्हें 1971  के भारत - पाकिस्तान युद्ध के दौरान उनकी विशिष्ट सेवा के लिए उन्हें विशिष्ट सेवा पदक (वीएसएम) से सम्मानित किया गया। सतीनाथ (पद्मा के पति) और पद्मा एक ही निवेश परेड में राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त करने वाले पहले आईएएफ़ युगल है । पद्मावती अपने कॅरियर में भारत की एयरोस्पेस मेडिकल सोसाइटी की फेलो बनने वाली और उत्तरी ध्रुव पर वैज्ञानिक शोध करने वाली पहली भारतीय महिला हैं।

इन सब के अलावा साल 1978  में पद्मावती बंदोपाध्याय रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज पाठ्यक्रम पूरा करने वाली पहली महिला सशस्त्र बल अधिकारी भी हैं। पद्मावती एयर हेडक्वार्टर में डायरेक्टर जनरल मेडिकल सर्विसेज (एयर) थीं। 2002  में वो एयर वाइस मार्शल (टू-स्टार रैंक) अधिकारी बनने वाली पहली महिला बनीं थी। पद्मावती बंदोपाध्याय एक एयरफोर्स चिकित्सा विशेषज्ञ के साथ ही न्यूयॉर्क एकेडमी ऑफ साइंसेज की भी सदस्य हैं।

पुरस्कार और सम्मान

डॉ पद्मावती बंदोपाध्याय को विशिष्ट सेवा पदक, अति विशिष्ट सेवा पदक, पद्मश्री सम्मान सहित देश और दुनिया में उन्हें करीब एक दर्जन से ज्यादा सम्मान मिलें  हैं। इसके साथ ही  लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड द्वारा साल 2014  के लिए उन्हें 'वुमन ऑफ द ईयर' चुना गया था। पद्मावती बंदोपाध्याय और उनके पति एस. एन. बंदोपाध्याय दुनिया के पहले ऐसे दम्पति हैं, जिन्हें विशिष्ट सेवा पदक सम्मान एक साथ और एक ही दिन मिला था।