उन चीज़ों की लिस्ट बहुत लम्बी है जो असली और नकली दोनों ही रूपों में बाजार में मौजूद है। इस लिस्ट में अदरक का नाम भी शामिल है। लेकिन आप यदि इन बातों पर थोड़ा ध्यान दें तो आप असली और नकली अदरक में पहचान कर सकते हैं।
अदरक के बिना चाय का ज़ायका ज़रा बेस्वाद है। भई आखिर वो चाय चाय ही क्या जिसमें अदरक ना हो। वैसे अदरक सिर्फ चाय की महक ही नहीं बढ़ाती बल्कि ऐसी बहुत सी खाने की चीज़ें हैं जिनमें अदरक डालने पर उनके स्वाद में इज़ाफ़ा हो जाता है। लेकिन अदरक के बेमिसाल स्वाद को बाज़ारी मिलावट की नज़र लग गई है तभी तो अदरक स्वाद रहित होने के साथ-साथ हमारे शरीर की दुश्मन बन बैठी है। मुनाफा कमाने की आड़ में असली अदरक की तरह दिखने वाली नकली अदरक बाजार में धड़ल्ले से बेची जा रही है। हालांकि नकली और असली अदरक में फर्क कर पाना थोड़ा मुश्किल है लेकिन आप इन टिप्स को फॉलो करके नकली और असली अदरक के बीच फर्क कर सकते हैं।
ऐसी होती है नकली अदरक
असल में नकली अदरक पहाड़ी पेड़ का एक हिस्सा होती है। यह नकली अदरक दिखने में बिलकुल असली अदरक की तरह होती है। इस पेड़ का नाम तहड़ है। इसे सुखाकर असली अदरक के साथ मिलाकर बाज़ारों में बेचा जा रहा है।
ऐसे करें पहचान
अदरक की पहचान उसकी खुसबू से की जा सकती है। ऐसा करने के लिए आपको अदरक को सूंघकर देखना होगा। यदि अदरक में महक नहीं है तो वह असली अदरक नहीं है।
अदरक ज़मीन के भीतर उगती है। जड़ होने के कारण इसके किसी न किसी हिस्से में मिट्टी ज़रूर होती है। अगर अदरक पर ज़रा सी भी मिट्टी ना हो और वह एकदम साफ़ हो तो वह अदरक नकली है।
अदरक के भीतर रेशे ज़रूर होने चाहिए। यदि आपको अदरक में रेशे नहीं दिखाई देते तो आप समझ सकते हैं कि वो अदरक जिसे आप खरीदने जा रहे हैं वाकई में असली नहीं है।
अदरक की सही पहचान करने के लिए आपको दुकान पर ही अदरक को तोड़ कर देख लेना चाहिए। इसे तोड़ने के बाद इसे थोड़ा सा चख कर भी देख लें। असले अदरक का स्वाद ज़रूर पहचान में आ जाएगा।