14 अगस्त को एक दूसरे को स्पर्श करते नजर आएंगे मंगल और गुरु - Mars and Jupiter will be seen touching each other on August 14.
14 अगस्त की रात खगोलविद समेत आसमानी घटनाओं में रूचि रखने वालों के लिए खास होने जा रही है। इस खगोलीय घटना में बृहस्पति (जुपिटर) व मंगल (मार्स) लगभग एक दूसरे को स्पर्श करते दिखाई देंगे। इन्हें एक दूसरे के इतने करीब देखने का अगला मौका 2033 में मिलेगा।
आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान के वरिष्ठ खगोल विज्ञानी डॉ शशिभूषण पांडेय के अनुसार, ‘बुधवार रात करीब आठ बजे लाल ग्रह मंगल व बृहस्पति एक दूसरे के बेहद करीब पहुंचेंगे। उस समय इनके बीच की आभासी दूरी 0.3 डिग्री रह जाएगी। जिसकी वजह से दोनों ग्रह एक दूसरे को स्पर्श करते नजर आएंगे।
बुधवार को इनके बीच 0.3 डिग्री रह जाने के बाद भी इनके बीच की दूरी इस समय करोड़ों किलोमीटर होती है। ऐसे किन्हीं दो ग्रहों के एक दूसरे के करीब पहुँचने की घटना को विज्ञान की भाषा में कंजक्शन या आच्छादन कहा जाता है।
ऐसी घटनाएं तब होती हैं, जब ग्रह अपनी ऑर्बिट में चक्कर लगाते हुए करीब आ जाते हैं। यह सामान्य खगोलीय घटना होती हैं, लेकिन वैज्ञानिक दृष्टिकोण से काल गणना के लिए महत्त्वपूर्ण मानी जाती है। ग्रहों की गणना करने वाले विज्ञानियों को ऐसी घटनाओं का इंतजार रहता है। इस दौरान ग्रह की गति का सटीक अध्ययन का मौका मिलता है। एस्ट्रो फोटोग्राफर्स के लिए भी यह खास पल हैं।
14 अगस्त की खगोलीय घटना के बाद 17 अगस्त को एक और दिलचस्प खगोलीय घटना होने जा रही है। उस समय आसमान में सिगिनड उल्कावृष्टि होगी। इस उल्कावृष्टि यानी आसमानी आतिशबाजी को देखने के लिए चाँद ढलने का इंतजार करना पड़ेगा। 18 अगस्त को सूर्योदय से पहले इस आतिशबाजी के दिखने की अधिक संभावना रहेगी।