केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने बिहार में 24 ठिकानों पर छापेमारी की. बताया जा रहा है कि सीबीआई की जांच
जॉब के बदले जमीन देने के मामले में यह कार्यवाही की जा रही है. साथ ही सीबीआई ने जिन जगहों पर छापेमारी
की है उन जगहों पर उनमें आरजेडी एमएलसी सुनील सिंह, पूर्व आरजेडी सुबोध रॉय, राज्यसभा के सांसद अशफाक
करीम और फैयाज अहमद के ठिकानों पर भी छापेमारी की गई. बिहार में आरजेडी नेता यहां सीबीआई की छापेमारी
ऐसे वक्त पर हुई जब बुधवार को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट होना है. ऐसे बताया जा रहा है कि आरजेडी ने इसे
बदले की कार्रवाई को करार देते हुए केंद्र पर शिकंजा कसा. तो वहीं आरजेडी एमएलसी सुनील सिंह ने कहा कि यह
जानबूझकर किया जा रहा है इसका कोई मतलब नहीं है. वह सोच रहे हैं कि जांच एजेंसियों का इस्तेमाल करके हमें
डरा कर विधायकों को अपने पक्ष में कर लेंगे लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं होगा.
तो वहीं आरजेडी के सांसद मनोज झा ने कहा कि आज बिहार विधानसभा में फ्लोर टेस्ट है और बीजेपी ने डराने के
लिए आज का दिन ही चुना है. आने का वह राजनीतिक रूप से तो हम से लड़ नहीं सकते इसलिए आप ईडी और
सीबीआई का सहारा ले रहे हैं. आप ईडी और सीबीआई कि नहीं आप इन्हें भाजपा की रेड करें यह संगठन भाजपा
के लिए ही काम करती है. आगे उन्होंने कहा कि कल हमारे उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा था कि यह लोग
इस स्तर तक पहुंच ही जाएंगे. एक दिन वह भी आएगा जब आप नहीं होंगे और आप भी इस सीजन में आएंगे.
हम बिहारी हैं टिकाऊ है……..बिकाऊ नहीं हम नहीं डरेंगे.
बीजेपी का पलटवार
बिहार बीजेपी अध्यक्ष संजय जयसवाल ने आरजेडी पर पलटवार करते हुए कहा कि बीजेपी किसी को लगाती नहीं है
और ना किसी को फंसाती है. आज से डेढ़ साल पहले नीतीश कुमार ने खुद ही शिकायत की थी. उसी पर यह
कार्रवाई की जा रही है. जब बिस्कोमान ने करोड़ों रुपए पकड़े जा रहे हैं. तब बिहार सरकार ने संज्ञान में लिया था
क्योंकि तब रुपए के साथ एक गाड़ी भी पकड़ी गई थी. अब इन सब की जो परिणीति होती है वही हो रही है.
झारखंड से बिहार तक छापेमारी
दरअसल सीबीआई के छापों के बीच प्रवर्तन निदेशालय भी एक्टिव हो चुकी है ईडी ने अवैध खनन में मनी लॉन्ड्रिंग
के मामले में झारखंड, तमिलनाडु, बिहार समेत दिल्ली के 17 से 20 ठिकानों पर छापेमारी की.