सनातन धर्म में दीपक जलाना बहुत शुभ माना जाता है। दीपक की लौ को अग्नि का प्रतीक माना जाता है। अग्नि में शुद्ध करने और सकारात्मक करने की ऊर्जा होती है। इस वजह से इसे पवित्र और पूजनीय माना जाता है।
परंपरा के अनुसार, कोई भी पूजा दीपक जलाए बिना पूरी नहीं मानी जाती है। इसे जलाने से सभी भगवान प्रसन्न होते हैं और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी होता है। साथ ही घर में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है। अब ऐसी स्थिति में मैंने दीपक की बाती को पूरी तरह जलते हुए देखा। इससे कई तरह के लोगों को संकेत मिलते हैं।
घर के मंदिर में दीपक जलाने से व्यक्ति को कई लाभ मिलते हैं लेकिन ज्योतिष शास्त्र के अनुसार दीपक जलाने के नियमों के बारे में विस्तार से बताया गया है। इनका पालन करना बहुत जरूरी है। ऐसा कहा जाता है कि भगवान के सामने घी या सरसों के तेल का दीपक जलाने से भी शुभ फल प्राप्त होते हैं।
भगवान की पूजा करते समय घी और सरसों के तेल का दीपक जलाया जाता है, लेकिन कई बार ऐसा होता है कि दीपक बीच में ही बुझ जाता है और कई बार तो पूरी बाती ही जल जाती है। इसके संकेत भी बताए गए हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कहा जाता है कि यदि कोई व्यक्ति दीपक जलाता है और बाती पूरी तरह से जलती है तो उस व्यक्ति की कोई भी इच्छा जल्द ही पूरी होने वाली है और उसे शत्रु से छुटकारा भी मिल सकता है। इसका मतलब यह भी है कि भगवान की कृपा आप पर है।
अगर किसी व्यक्ति का दीपक बीच में ही बुझ जाता है तो इसका मतलब है कि आपको ध्यान केंद्रित करने और कड़ी मेहनत करने की जरूरत है। तभी हम भविष्य में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।