इस्कॉन इंडिया की गवर्निंग काउंसिल के अध्यक्ष गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज (Gopal Krishna Goswami Maharaj) का अस्सी (80) वर्ष की आयु में रविवार को निधन हो गया है। उनका निधन देहरादून में हुआ है, जिसके बाद उनके भक्तों में शोक की लहर है। गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज देहरादून में श्रीश्री राधा बांके बिहारी मंदिर का भूमि पूजन करने के लिए आए थे, जहाँ वह अचानक फिसलकर गिए गए। जिसके बाद उन्हें नज़दीकी अस्पातल में भर्ती करवाया गया, जहाँ उनका निधन हो गया। बता दें कि महाराज को 06 मई दोपहर 2:30 बजे वृंदावन में समाधि दी जाएगी।
समाधि प्रक्रिया शुरू
6 मई 2024 को समाधि समारोह कार्यक्रम - Samadhi Ceremony Schedule for 6th May 2024 | |
सुबह 5.30 बजे | दिल्ली से प्रस्थान |
सुबह 8.30 बजे | वृन्दावन आगमन |
दोपहर 1:00 बजे तक | परम पावन के दर्शन |
दोपहर 3:30 | समाधि प्रक्रिया प्रारम्भ |
गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज देहरादून के दुधली में स्थित श्रीश्री राधा बांके बिहारी मंदिर के भूमि पूजन कार्यक्रम के लिए पहुंचे थे। वह यहाँ के शौचालय में अचानक फिसलकर गिए गए थे, जिसके बाद महाराज को तुरंत अस्पातल ले जाया गया। वह अस्पताल में तीन दिन से भर्ती थे। अस्पताल में इलाज के दौरान महाराज की तबियत अचानक बिगड़ गई और उन्हें दिल का दौरा पड़ गया। दिल का दौरा पड़ने की वजह से उन्होंने 05 मई, 2024 को सुबह 9 बजकर 20 मिनट पर आखिरी सांस ली।
नई दिल्ली में जन्में गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज को वृंदावन के इस्कॉन मंदिर में बनी गोशाला के पास समाधि दी जाएगी। बता दें कि पहले महाराज के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा, जिसके बाद दोपहर को लगभग तीन बजे उन्हें समाधि दी जाएगी। जानकारी के अनुसार न सिर्फ भारत से बल्कि पूरी दुनिया से भक्त अपने गोस्वामी महाराज के अंतिम दर्शन के लिए वृंदावन के इस्कॉन मंदिर में पहुंचेंगे। ऐसा अनुमान है कि दो लाख से ज़्यादा भक्त उनके अंतिम दर्शन करने के लिए वृंदावन पहुंच सकते हैं।
वास्तविक नाम | गोपाल कृष्ण |
जन्म तिथि: | 14 अगस्त, 1944 अन्नदा एकादशी |
जन्म स्थान: | नई दिल्ली |
शिक्षा: | डीयू, सोरबोन यूनिवर्सिटी से बिजनेस मैनेजमेंट, मॉन्ट्रियल में मैकगिल यूनिवर्सिटी से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर डिग्री |
गुरु: | श्रील प्रभुपाद |
प्रसिद्ध: | इस्कॉन आईजीसी अध्यक्ष |
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज के निधन को सनातन व अध्यात्म जगत के लिए अपूरणीय क्षति बताया है, तो वहीं पीएम मोदी ने लिखा है कि 'श्री गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज एक श्रद्धेय आध्यात्मिक प्रतीक थे, जिन्हें भगवान श्री कृष्ण के प्रति उनकी अटूट भक्ति और इस्कॉन के माध्यम से उनकी अथक सेवा के लिए विश्व स्तर पर सम्मान दिया जाता था। उनकी शिक्षाओं में दूसरों के प्रति भक्ति, दया और सेवा के महत्व पर जोर दिया गया। उन्होंने इस्कॉन के सामुदायिक सेवा प्रयासों का विस्तार करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, विशेष रूप से शिक्षा, स्वास्थ्य और जरूरतमंदों की सेवा जैसे क्षेत्रों में। इस दुखद घड़ी में मेरी संवेदनाएं सभी भक्तों के साथ हैं। ओम शांति।'