गार्गी गुप्ता: 2018 में मिला नारी शक्ति पुरस्कार! जानतें हैं इनका व्यक्तित्व – Gargi Gupta: Received ‘Nari Shakti Award’ in 2018, know her personality.
गार्गी गुप्ता समाजसेविका होने के साथ साथ वॉयस ऑफ वर्ल्ड नामक संस्था की संस्थापक और सचिव हैं। यह संस्था पूर्वी भारत के दृष्टिबाधित और अनाथ बच्चों के लिए काम करता है। इसका मुख्यालय कोलकाता में स्थित हैं। गार्गी गुप्ता ने कोलकाता में अपने पिता के छोटे से किराये के घर में छः बच्चों के साथ इस काम को शुरू किया। उनके समर्पण को प्रोत्साहित करने के लिए तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के द्वारा 8 मार्च 2018 को नारी शक्ति (महिला सशक्तिकरण) पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
नाम | गार्गी गुप्ता |
जन्म | 19 जुलाई 1961 |
जन्म स्थान | कोलकाता, पश्चिम बंगाल |
पिता | प्रबीर गुप्ता |
माता | प्रणति गुप्ता |
पेशा | समाजसेविका |
संस्था | ‘वॉयस ऑफ वर्ल्ड’ |
पुरस्कार | नारी शक्ति पुरस्कार |
उनके द्वारा महत्वपूर्ण कार्य (Important work done by him)
- 1992 में ‘वॉयस ऑफ वर्ल्ड’ NGO की स्थापना।
- 1997 में 300 आवासीय और 3000 गैर आवासीय लाभार्थियों के लिए आवासीय सुविधा शुरू की।
- 2001 में ब्रेल लिपि में बंगाली शब्द दस्तावेजों को स्थानांतरित करने के लिए लिप्यंतरण सॉफ्टवेयर विकसित किया गया।
- उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाली दृष्टिबाधित लड़की के लिए रिशरा में एक घर स्थापित किया।
- उनका एनजीओ एक टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज चलाता है जहाँ दिव्यांग विद्यार्थी को स्कॉलरशिप मिलती है।
संस्था का क्या है उद्देशय (What is the purpose of the organization)?
इस संस्था के बच्चे अनाथ या वंचित परिवारों से हैं। निःशुल्क शिक्षा ग्रहण करने के साथ साथ वे पर्वतारोहण और ट्रैकिंग सहित विभिन्न खेलों का अनुभव करते हैं। 2018 में विकलांग बच्चों के लिए तटीय ट्रैकिंग की शुरुआत की गयी। बच्चों की शिक्षा पूरी होने के बाद, वह और उनका NGO बच्चों, विशेष रूप से दृष्टिबाधित लडकियों के लिए रहने की उचित व्यवस्था करतें हैं।
पुरस्कार (Award)
- 2018 में नारी शक्ति पुरस्कार (महिलाओं को दिया जाने वाला सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार)
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