संजय मिश्रा – Sanjay Mishra

संजय मिश्रा (Sanjay Mishra)भारतीय फ़िल्म जगत के एक हास्य अभिनेता है। इन्होंने अधिकतर हिन्दी फिल्मों तथा टेलीविजन धारावाहिकों में काम किया है। उन्होंने एक्टिंग कैरियर की शुरुआत धारावाहिकों से की, उसके बाद वह छोटी-छोटी फिल्मों में काम करने लगे। कुछ समय बाद अमिताभ बच्चन के साथ उन्होंने एक विज्ञापन में काम किया, यह पहला समय था जब उन्हें किसी बड़े एक्टर के साथ काम करने का मौका मिला। 

संजय मिश्रा जीवनी - Sanjay Mishra Biography

नाम संजय मिश्रा 
जन्म 6 अक्टूबर 1963 
जन्म स्थान दरभंगा, बिहार 
पिता शंभू नाथ मिश्रा
पेशा एक्टर, निर्देशक 
गृहनगर वाराणसी, उत्तर प्रदेश 
शिक्षा केन्द्रीय विद्यालय बीएचयू, वाराणसी, उत्तर प्रदेश
शैक्षिक योग्यतानेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा, नई दिल्ली से स्नातक
पत्नी किरण मिश्रा 
प्रसिद्धि ‘आँखों देखी’ (फिल्मफेयर क्रिटिक अवॉर्ड फॉर  बेस्ट एक्टर) 

प्रारंभिक जीवन - Early Life   

उनके पिता शम्भुनाथ मिश्रा जो एक पत्रकार थे। जब सजंय नौ साल के थे तब उनका परिवार वाराणसी में आकर रहने लगा और उन्होंने अपनी पढाई वाराणसी के केंद्रीय विद्यालय बीएचयू कैम्पस से पूरी की। इसके बाद उन्होंने बैचलर डिग्री पूरी करने के बाद 1991 में राष्ट्रीय ड्रामा स्कूल में एडमिशन लिया। अभिनय करने की प्रेरणा उन्होंने अपनी दादी से मिली जो उस समय एक रेडियो चैनल के लिए गाती थीं। इनके दादा जी भी एक प्रतिष्ठित सेवा में कार्यरत थे। 

ढाबे से फलक तक का सफर - Journey from Dhaba to Falak

संजय के जब पिता की डेथ हुई, तो वो एक्टिंग छोड़कर ऋषिकेश चले गए थे। जहां वो एक ढाबे पर काम करने लगे। दरअसल संजय अपने पिता के बहुत करीब थे। पिता की मौत ने उनको ऐसा झकझोरा कि वो गुमशुदा हो गए और अकेला महसूस करने लगे। संजय सौ से भी ज्यादा फिल्मों में काम कर चुके थे लेकिन इतनी फिल्मों के बाद भी उन्हें वो सफलता नहीं मिली जिसके वो हकदार थे। शायद इसी वजह से ढाबे पर संजय को किसी ने पहचाना भी नहीं। दिन बीतते गए और उनका वक्त ढाबे पर सब्जी बनाने, आमलेट बनाने में कटने लगा था। 

रोहित शेट्टी ने बदली उनकी जिंदगी - Rohit Shetty changed his life

संजय अपनी पूरी जिंदगी उस ढाबे पर काम करने में ही निकाल देते अगर रोहित शेट्टी ना होते। रोहित और संजय फिल्म 'गोलमाल' में साथ काम कर चुके थे। वो अपनी अगली फिल्म 'ऑल द बेस्ट' पर काम कर रहे थे और उसी दौरान उन्हें संजय का ख्याल आया। संजय फिल्मों में लौटने को तैयार नहीं थे, लेकिन रोहित शेट्टी ने उन्हें मनाया और फिल्म में साइन किया। इसके बाद तो फिर संजय का कभी बॉलीवुड छोड़ने का मन नहीं किया। 

https://youtu.be/JKEor-r7Rks?feature=shared

एप्पल सिंह के नाम से हुए पॉपुलर - Apple became popular with the name of Singh

6 अक्टूबर, 1963 को बिहार के दरभंगा में जन्में संजय मिश्रा आज अपना जन्मदिन मना रहे हैं। 2005 के क्रिकेट विश्व कप के दौरान ‘मौका मौका’ का विज्ञापन काफी पॉपुलर हुआ। इस एड में वह एप्पल सिंह के नाम का किरदार निभाते नजर आए। इस किरदार में उनका अंदाज क्रिकेटप्रेमियों और सिनेमाप्रेमियों के दिलों में बस गया। इससे उन्हें भारत के पड़ोसी देशों में भी पहचान मिली।

‘बहुत हुआ सम्मान’ -  ‘Bahut Hua Samman’

हाल ही संजय की नई फिल्म ‘बहुत हुआ सम्मान’ ओटीटी पर स्ट्रीम हुई है। इसमें उनके साथ राघव जुयाल, अभिषेक चौहान, राम कपूर, निधि सिंह और नमित दास जैसे कलाकार भी हैं। अविनाश सिंह और विजय नारायण वर्मा द्वारा लिखित, ‘बहुत हुआ सम्मान’ को फैंस खूब पसंद कर रहे हैं।