तुलसी के पौधे के पास भूल कर भी ना रखे ये 5 चीज़ें

हिन्दू धर्म में तमाम पेड़ पौधों का विशेष महत्व है। इनमें तुलसी का पौधा सर्वाधिक महत्वपूर्ण एवं पूजनीय माना जाता है। घर में होने वाले सभी मांगलिक कार्यों, व्रत, त्यौहार इत्यादि में तुलसी का पूजन विशेष रूप से किया जाता है। ऐसी मान्यता है की तुलसी के पौधे को घर के मुख्य द्वार पर रखने से घर के भीतर नकारात्मक शक्तियाँ प्रवेश नहीं करती। इसके अलावा तुलसी के पौधे की नियमित पूजा से जीवन में सुख शान्ति बनी रहती है। यदि आपके घर में तुलसी का पौधा है तो आपको इन खास बातों का ख्याल रखना चाहिए।

झाड़ू (Broom)
हिन्दू धर्म की मान्यता के अनुसार तुलसी के पौधे में माँ लक्ष्मी का वास माना जाता है। तुलसी भगवान विष्णु को भी अत्यंत प्रिय है। तुलसी के पास झाड़ू रखने से ये देवी देवता आपसे रूठ सकते हैं। इसके अलावा आपके जीवन में कंगाली का समावेश हो सकता है। यदि आपके घर के तुलसी के पौधे के पास भी झाड़ू पड़ी है तो उसे तुरंत हटा दीजिए।

कांटेदार पौधे (Prickly Pear)
तुलसी के चमत्कारी पौधे को कांटेदार पौधों के साथ रखना आपके जीवन के लिए कष्टकारी साबित हो सकता है। ऐसा करने से अशुभ परिणामों की प्राप्ति होती है। इसलिए गुलाब और कैक्टस जैसे पौधों को तुलसी के पौधे के साथ नहीं रखना चाहिए। इससे परिवार के सदस्यों के बीच मनमोटाव जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है।

कूड़ेदान (Dustbin)
तुलसी का पौधा बहुत पवित्र होता है। इसके आस - पास सफाई का ख्याल रखना बहुत ज़रूरी है। तुलसी के पौधे के पास कूड़ेदान रखने से घर में दरिद्रता का समावेश होता है और साथ ही नकारात्मकता हावी होती है।

शिवलिंग (Shivling)
तुलसी के गमले में शिवलिंग नहीं रखना चाहिए। ऐसी मान्यता है की पूर्व जन्म में तुलसी का नाम वृंदा था। वृंदा शक्ति शाली असुर जालंधर की पत्नी थी। जालंधर का वध शिव ने किया था। इसलिए तुलसी में शिवलिंग नहीं रखना चाहिए।

जूते चप्पल (Shoes and Sleepers)
वास्तु की मान्यता के अनुरूप तुलसी के पौधे के पास कभी भी जूते चप्पल नहीं रखने चाहिए। इससे तुलसी के साथ माँ लक्ष्मी का भी अपमान होता है। इससे माँ लक्ष्मी आपसे रूठ सकती हैं। इसलिए तुलसी के पौधे के पास साफ़ सफाई रखना बहुत ज़रूरी है।

डिस्क्लेमर - यह लेख सामान्य जानकारी पर आधारित है। उचित जानकारी प्राप्त करने के लिए इस क्षेत्र के विशेषज्ञ से परामर्श लेना ही उचित है। ultranewstv इस जानकारी की पुष्टि नहीं करता और ना ही इसकी ज़िम्मेदारी लेता है।