बच्चों को नई-नई चीजों के बारे में जानने की उत्सुकता रहती है। आपने कई बच्चों को देखा होगा कि वे
खिलौनों को तोड़-फोड़कर करके देखते हैं कि कोई खिलौना कैसे बना है। ऐसे में आपको बच्चे की
उत्सुकता और उम्र को ध्यान में रखते हुए उन्हें कई बातें बतानी चाहिए। बच्चों को जब सवालों के जवाब
नहीं मिलते हैं, तो फिर वे यहां-वहां से सवाल तलाशने की कोशिश करते हैं। ऐसे में बहुत जरूरी है कि
बच्चों को बिना पूछे ही काफी बातें बताते चलें। पेरेंटिंग में ये बातें बहुत काम आएंगी।
बच्चों आसपास की चीजों के बारे में बताएं
बच्चों के साथ कहीं घूमने जाएं, तो आप मोबाइल या किताब में बिजी रहने की बजाय बच्चों पर ध्यान
दें और उन्हें आसपास की चीजों के बारे में बताते रहें। इससे बच्चों को आसपास की चीजें जानने का
मौका मिलेगा।
बच्चों को सही-गलत का मतलब बताएं
जरूरी नहीं कि आपका बच्च जब कुछ गलत करे, तभी आप उसे सही-गलत के बारे में बताएंं बल्कि
आपको बच्चों को पहले ही कुछ कहानियों के माध्यम से ईमानदारी, अच्छाई, बुराई, बेईमानी के बारे में
जरूर बताएं।
जानवरों के प्रति सहानुभूति
कुछ बच्चे चींटियों को पैरों के नीचे कुचलते हैं, यह देखकर भी उनके पेरेंट उन्हें कुछ नहीं कहते हैं। ऐसा
करने से न सिर्फ बच्चा वॉयलेंट बनता है बल्कि उसके अंंदर से दया भाव भी नहीं बचता, इसलिए बच्चों
को जानवरों से प्यार करना सिखाएं, उन्हें परेशान करने के लिए मना करें।
भेदभाव को छोड़ना
कई बच्चे दूसरों बच्चों के बीच फर्क करने लग जाते हैं। ऐसा करने से उनके मन में बचपन से ही
सुपीरियर होने का भाव होने लग जाता है। उन्हें लगता है कि वे दुनिया में सबसे अच्छे हैं। अगर उन्हें
समझाया न जाए, तो उनके मन में बड़े होने तक ऐसी ही भावना रहती है।