जब हम सर्च इंजन के बारे में सुनते हैं तो हम सभी को Google याद आता है। आज गूगल का 25वां जन्मदिन है। अपनी शुरुआत से लेकर आज तक गूगल हर तरह से प्रगति कर रहा है और पूरी दुनिया में इसका इस्तेमाल किया जा रहा है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि Google की शुरुआत कैसे हुई?
Google की शुरुआत कैसे हुई?
गूगल की शुरुआत की कहानी बेहद दिलचस्प है। अमेरिका की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के पीएचडी छात्र लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन ने मिलकर इस सर्च इंजन को बनाना शुरू किया। Google की शुरुआत 1998 में 4 सितंबर को हुई थी।
शुरुआत में गूगल के सर्च इंजन का नाम “BackRub” था। हालाँकि, कंपनी को पंजीकृत करते समय GOOGOL नाम चुना गया था।
गूगल का नाम कैसे पड़ा?
सबसे पहले यह समझ लें कि GOOGOL शब्द एक गणित का शब्द है, जिसका मतलब 100 होता है। हालांकि, जब कंपनी का नाम रजिस्टर किया जा रहा था, तो गलत स्पेलिंग के कारण यह GOOGOL की जगह GOOGLE हो गया।
Google बोलना और लिखना बहुत आसान है। इस वजह से गूगल शब्द तुरंत लोगों की जुबान पर आ गया।
आज गूगल लोगों की जिंदगी का बेहद अहम हिस्सा है। गूगल का इस्तेमाल पूरी दुनिया में हो रहा है।
Google के कार्यालय 200 से अधिक शहरों में हैं।
Google ने 25 वर्षों में एक लंबा सफर तय किया है। आज Google के छह महाद्वीपों के 200 से अधिक शहरों में कार्यालय हैं। Google के कार्यालय भारत के विभिन्न हिस्सों में भी हैं।