एक उल्लेखनीय उपलब्धि के रूप में, मध्य प्रदेश के शहर इंदौर ने 24 घंटों के भीतर 11 लाख से अधिक पौधे लगाकर एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाया है। जिसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है। यह विशाल वृक्षारोपण अभियान न केवल भारत के सबसे स्वच्छ शहर के रूप में इंदौर की प्रतिष्ठा को मजबूत करता है, बल्कि यह भी दिखता है कि ये शहर किस तरह से पर्यावरणीय स्थिरता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को उजागर करता है।
इस उपलब्धि को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा आधिकारिक तौर पर मान्यता दी गई थी। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शहर के नए खिताब का जश्न मनाते हुए गर्व से प्रमाण पत्र प्राप्त लिया।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि “इंदौर अब दुनिया में नंबर एक है। स्वच्छता में हमारी उपलब्धियों के बाद वृक्षारोपण में इतिहास रचने के लिए इंदौर के मेरे भाइयों-बहनों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ। आपकी भागीदारी के लिए धन्यवाद, मध्य प्रदेश की वित्तीय राजधानी और हमारे देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर ने एक ही दिन में 11 लाख से अधिक पौधे लगाकर विश्व रिकॉर्ड बनाया है।"
इससे पहले असम के नाम था ऐसा रिकॉर्ड
इससे पहले यह रिकॉर्ड असम के नाम था। जहां एक ही दिन में 9,26,000 पौधे लगाए गए थे। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के सलाहकार निश्चल बरोट ने ANI से यह जानकारी साझा की।
इस कार्यक्रम के आयोजन की तैयारियों में 46 दिनों का समय लगा। जिसे पूरा करने के लिए प्रशासन और स्थानीय लोगों ने समर्पण तथा कड़ी मेहनत का एक उदाहरण पेश किया है।
आयोजन से एक दिन पहले आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इस विश्व रिकॉर्ड को हासिल करने के लिए की गई व्यापक तैयारियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने इतने बड़े उपक्रम के लिए आवश्यक सामूहिक प्रयास और समन्वय को स्वीकार किया।
विजयवर्गीय ने कहा कि, "27 मई को 11 लाख पौधे लगाने की कल्पना की गई थी। 46 दिनों की कड़ी मेहनत और एक समर्पित टीम के बाद, हम आज इस महत्वपूर्ण मील के पत्थर तक पहुंच गए हैं।"
वृक्षारोपण अभियान की सफलता नागरिकों, BSF सैनिकों और 200 से अधिक सामाजिक, शैक्षणिक, धार्मिक और व्यावसायिक संगठनों के संयुक्त प्रयासों का परिणाम थी। इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने भी समुदाय के सामूहिक प्रयास और प्रतिबद्धता की ताकत को पहचानते हुए इसमें शामिल सभी लोगों को बधाई दी।
वृक्षारोपण अभियान से पर्यावरण पर दीर्घकालिक सकारात्मक प्रभाव पड़ने की उम्मीद है, जिससे हरित क्षेत्र में वृद्धि, वायु गुणवत्ता में सुधार और जैव विविधता में वृद्धि होगी। इस आयोजन का सफल क्रियान्वयन देश भर के अन्य शहरों और समुदायों के लिए हरित और स्वच्छ भविष्य के लिए इसी तरह की पहल करने के लिए प्रेरणा का काम करता है।