शरद विषुव – Autumn Equinox : 23 सितम्बर

23 सितंबर को भी सूर्य की किरणें भूमध्य रेखा पर लंबवत होती हैं और दिन एवं रात की अवधि समान होती है। इस तिथि को ‘शरद विषुव’ कहते हैं।

शरद विषुव, ग्रीष्म और शीतकालीन संक्रांति के बीच का मध्य बिंदु है और उस सटीक क्षण को चिह्नित करता है जब सूर्य सीधे पृथ्वी के भूमध्य रेखा पर दिखाई देता है। विषुव का सटीक समय हर साल बदलता रहता है।

क्या होता है विषुव?

विषुव क्या होता है?

पृथ्वी की दो स्थितियाँ ऐसी हैं जो 21 मार्च और 23 सितंबर को होती हैं जब भूमध्य रेखा पर सूर्य की सीधी किरणें पड़ती हैं और पूरे विश्व में दिन और रात बराबर होते हैं। इन स्थितियों को विषुव के रूप में जाना जाता है।

शरद विषुव क्या है?

23 सितंबर को भी सूर्य की किरणें भूमध्य रेखा पर लंबवत होती हैं और दिन एवं रात की अवधि समान होती है। इस तिथि को ‘शरद विषुव’ कहते हैं।