देश का एक प्रमुख राज्य होने के साथ-साथ ओडिशा एक लोकप्रिय पर्यटन केंद्र भी है। इस राज्य में स्थित कई जगहों को देखने के लिए हर दिन हज़ारों लोग आते हैं। ओडिशा जगन्नाथ रथ यात्रा के लिए भी पूरी दुनिया में मशहूर है। इस साल जगन्नाथ रथ यात्रा 7 जुलाई को पुरी से शुरू होगी। जो भी इस यात्रा में भाग लेने जाता है, वह कोणार्क के सूर्य मंदिर को ज़रूर देखता है।
अगर आप भी इस साल जगन्नाथ रथ यात्रा में भाग लेने के लिए पुरी जा रहे हैं, तो कोणार्क सूर्य मंदिर के अलावा आप कई अन्य अद्भुत जगहों की सैर का अवसर भी ले सकते हैं।
जब कोणार्क सूर्य मंदिर के आसपास स्थित किसी भी शानदार और खूबसूरत जगह पर जाने की बात आती है, तो कई लोग सबसे पहले चंद्रभागा बीच का जिक्र करते हैं। यह बीच इतना लोकप्रिय है कि आपको यहां हर समय देशी-विदेशी पर्यटक घूमते हुए दिख जाएंगे।
चंद्रभागा बीच ओडिशा के सबसे खूबसूरत बीच में से एक माना जाता है। चंद्रभागा बीच से सूर्योदय और सूर्यास्त का नजारा काफी खूबसूरत होता है। आप इस बीच के किनारे ठंडी हवा का आनंद ले सकते हैं। यहां आप घंटों बैठकर सुकून के पल बिता सकते हैं। इसके अलावा आप कोणार्क बीच भी घूम सकते हैं।
कुरुमा एक खूबसूरत और मनमोहक गांव है जो कोणार्क सूर्य मंदिर से करीब 8 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में स्थित है। कहा जाता है कि इस गांव की खूबसूरती इतनी मशहूर है कि हर कोई यहां आना चाहता है।
कुरुमा गांव अपनी खूबसूरती के साथ-साथ प्राचीन बौद्ध स्थल के लिए भी मशहूर है। जी हां, इस खूबसूरत गांव में एक बौद्ध स्तूप है, जिसे देखने के लिए चीनी पर्यटक आते हैं। आप कुरुमा गांव से थोड़ी दूरी पर टर्टल बीच भी घूम सकते हैं। यहां आप वाटर एक्टिविटीज का भी मजा ले सकते हैं।
पुरी-कोणार्क मरीन ड्राइव पर निकलना किसी खूबसूरत जन्नत से कम नहीं है। जी हाँ, सुबह या शाम को बीच के किनारे ड्राइव करें और नज़ारा बेहद खूबसूरत होगा।
अपनी पुरी-कोणार्क मरीन ड्राइव यात्रा के दौरान, आप कोणार्क बीच, मरीन ड्राइव बीच, इको रिट्रीट कोणार्क और मरीन ड्राइव रोड साइड व्यू प्वाइंट जैसी अद्भुत जगहों का भ्रमण कर सकते हैं।
कोणार्क सूर्य मंदिर से लगभग 65 किलोमीटर की दूरी पर स्थित उदयगिरि और खंडगिरि गुफाएं एक प्रसिद्ध और विश्व प्रसिद्ध स्थान हैं। ये गुफाएं भारत की सबसे प्राचीन गुफाओं में से एक हैं, जिन्हें देखने के लिए हर दिन हजारों लोग आते हैं।
उदयगिरि और खंडगिरि गुफाओं को जैन समुदाय द्वारा निर्मित गुफाओं में से एक कहा जाता है। आपको बता दें कि उदयगिरि में 18 और खंडगिरि में 15 गुफाएँ हैं। इसे रानी गुफा से भी बड़ी गुफा माना जाता है। यहाँ स्थित गुफाओं में कई प्राचीन मूर्तियाँ भी देखी जा सकती हैं।
एएसआई संग्रहालय को कई लोग कोणार्क संग्रहालय के नाम से भी जानते हैं। यह संग्रहालय इतिहास प्रेमियों के साथ-साथ काले प्रेमियों के लिए भी एक बेहतरीन पर्यटन स्थल माना जाता है।
कहा जाता है कि कोणार्क संग्रहालय की शुरुआत वर्ष 1968 में हुई थी और इसका रखरखाव भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा किया जाता है। इस संग्रहालय में आप 60 से ज़्यादा कलाकृतियों को करीब से देख सकते हैं। यहाँ आप कोणार्क मंदिर और भगवान विष्णु से जुड़ी विभिन्न कलाकृतियाँ भी देख सकते हैं।