देश के पश्चीमी तटीय इलाकों पर एक और चक्रवात का खतरा मंडरा रहा है। इस चक्रवात को 'BIPARJOY' का नाम दिया गया है।
पूर्वी राजस्थान के मध्य भागों में डिप्रेशन (CS BIPARJOY के अवशेष) 18 जून 2330 IST पर टोंक के पश्चिम-उत्तर-पश्चिम में लगभग 60 किमी, अजमेर से 60 किमी पूर्व-दक्षिण पूर्व में स्थित है। इसके लगभग पूर्व-उत्तर पूर्व की ओर बढ़ने और अगले 12 घंटों के दौरान दबाव की तीव्रता बनाए रखने की संभावना है।
आज, 17 जून, 2023 को 0530 घंटे IST पर डीप डिप्रेशन (चक्रवाती तूफ़ान बाइपरजॉय का अवशेष) गुजरात से सटे दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और धोलावीरा से लगभग 130 किमी उत्तर-पूर्व पाकिस्तान में। अगले 06 घंटों के दौरान डिप्रेशन में कमजोर होना।
BIPARJOY आज 14.30 बजे और अक्षांश 23.9N और लंबे 70E के पास, भुज के लगभग 80km NNE और धोलावीरा के 20 किमी W पर स्थित है। आज की रात के आसपास सौराष्ट्र और कच्छ पर एक गहरे दबाव में और कमजोर होने की संभावना है।
चक्रवाती तूफान 'बिपारजॉय' उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ा एवं जखाऊ बंदरगाह के पास सौराष्ट्र-कच्छ तट को पार कर गया। 5 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 125 किमी प्रति घंटे की रफ्तार।
मौसम विभाग के पूर्वानुमानों के आधार पर चक्रवात 'बिपरजॉय' 15 जून को मांडवी (गुजरात) और कराँची (पाकिस्तान) से टकरा सकता है। वायु की गति 125-130 km/hr रहने की संभावना है। गुजरात के तटीय स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना है।
IMD की और से बताया जा रहा है कि 'बिपरजॉय चक्रवात' द्वारका तट से लगभग 290 km की दूरी पर है।
मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार अगले 5 दिनों के दौरान पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में भारी वर्षा होने की संभावना है।
गुजरात के कच्छ जिले के 'मांडवी बीच' पर 15 जून तक 130 km/hr की गति से टकराने की संभावना।
IMD ने ट्वीट कर यह बताया है ESCS BIPARJOY आज 0830IST पर, पोरबंदर के लगभग 320km SW, देवभूमि द्वारका के 360km SSW, जखाऊ पोर्ट के 440km दक्षिण, नलिया के 440km SSW पर स्थित है।
देश के पश्चीमी तटीय इलाकों पर एक और चक्रवात का खतरा मंडरा रहा है। भारतिय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मंगलवार (6 जून) को कहा कि गुजरात में दक्षिणी पोरबंदर में दक्षिण-पूर्व अरब सागर पर कम दबाव का क्षेत्र उत्तर-पश्चिम की तरफ बढ़ सकता है। इसके चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है।
इस तूफान को 'बिपरजॉय' (Cyclone Biporjoy) कहा जाएगा। यह नाम बांग्लादेश द्वारा दिया गया है।
हवा की गति 45-55 किमी प्रति घंटा (किमी प्रति घंटे) तक बताई जा रही है। शाम 5.30 बजे तक, डिप्रेशन के एक गहरे दबाव में बदलने की संभावना है और 7 जून, 2023 तक, सिस्टम के लगभग उत्तर की ओर बढ़ने का अनुमान लगाया जा रहा है।
पूर्व-मध्य अरब सागर और आसपास के दक्षिण-पूर्व में एक चक्रवाती तूफान में तेज होने की संभावना है।
एक चक्रवाती तूफान 8 जून की सुबह तक बना रहेगा। उस दिन हवा की गति 80-90 किमी प्रति घंटे से 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक जाने की संभावना है।
चक्रवात या साइक्लोन वस्तुतः घूमती हुई वायुराशि का नाम है। यह एक ऐसी संरचना है जो गर्म हवा के चारों ओर कम वायुमंडलीय दाब के साथ उत्पन्न होती है। जब एक तरफ से गर्म हवाओं तथा दूसरी तरफ से ठंडी हवा का मिलाप होता है तो वह एक गोलाकार आंधी का आकार लेने लगती है इसे ही चक्रवात कहते हैं।