भारत के राष्ट्रपति भारतीय गणराज्य के राज्य के प्रमुख हैं। राष्ट्रपति कार्यपालिका का सांकेतिक प्रमुख होता है। राष्ट्रपति देश का प्रथम नागरिक होने के साथ-साथ भारतीय सशस्त्र बलों का कमांडर-इन-चीफ भी होता है। राजेंद्र प्रसाद भारत के पहले राष्ट्रपति थे जिन्होंने 26 जनवरी, 1950 को अपना पदभार संभाला था। श्रीमती द्रौपदी मुर्मू 15वीं और वर्तमान राष्ट्रपति हैं, जिन्होंने 25 जुलाई 2022 को शपथ ली थी।
भारतीय संविधान के अनुच्छेद-52 से अनुच्छेद-62 तक ‘राष्ट्रपति’ पद का वर्णन है। इन अनुच्छेदों में राष्ट्रपति बनने की योग्यताओं तथा कार्यों से लेकर उनके चुनाव तथा महाभियोग तक का वर्णन है।
डॉ भीमराव अंबेडकर के शब्दों में, “संविधान के मसौदे के तहत राष्ट्रपति का वही स्थान होता है जो अंग्रेजी संविधान के तहत राजा का होता है। वह राज्य का प्रमुख है लेकिन कार्यपालिका का नहीं। वह राष्ट्र का प्रतिनिधित्व करता है लेकिन राष्ट्र पर शासन नहीं करता। वह राष्ट्र का प्रतीक है। प्रशासन में उनका स्थान मुहर पर लगे एक औपचारिक उपकरण जैसा है जिसके द्वारा राष्ट्र के निर्णयों की जानकारी दी जाती है।”
डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन भारत के दूसरे राष्ट्रपति के रूप कार्यरत थे। 13 मई 1962 से 13 मई 1967 तक वह राष्ट्रपति पद पर आसीन रहे। 5 सितंबर 1888 को आंध्र प्रदेश में राधाकृष्णन जी का जन्म हुआ था। शिक्षा और दर्शन में डॉ. राधाकृष्णन के योगदान को देखते हुए, उनके जन्मदिन, 5 सितंबर को भारत में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का निधन 17 अप्रैल 1975 को हुआ था।