मंगल पांडे एक भारतीय सैनिक थे। वह ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की 34वीं बंगाल नेटिव इन्फैंट्री (बीएनआई) रेजिमेंट में एक सिपाही (पैदल सैनिक) थे। उन्होंने सन् 1857 के भारतीय विद्रोह के फैलने से ठीक पहले की घटनाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। भारत में पांडे को ब्रिटिश शासन के खिलाफ एक स्वतंत्रता सेनानी के रूप में याद किया जाता है। \
मंगल पांडेय का जन्म 18 जुलाई 1827 को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के नगमा ग्राम में हुआ था। मंगल पांडेय देश के वीर स्वतंत्रता सेनानी थे। 1857 में भारत के प्रथम स्वाधीनता संग्राम में इनकी भूमिका बेहद एहम थी। मात्र 22 वर्ष की उम्र में 10 मई 1949 को वह ईस्ट इंडिया कंपनी में सिपाही के तौर पर भर्ती हुए थे। इस दौरान उनकी तैनाती 34 इन्फेंट्री रेजिमेंट बैरकपुर में की गई थी।
29 मार्च, 1857 की घटनाओं के विभिन्न विवरण हैं। हालाँकि, आम सहमति यह है कि पांडे ने अपने साथी सिपाहियों को ब्रिटिश अधिकारियों के खिलाफ उकसाने का प्रयास किया, उनमें से दो अधिकारियों पर हमला किया, रोके जाने के बाद खुद को गोली मारने का प्रयास किया और अंततः मंगल पांडे पर काबू पा लिया गया और गिरफ्तार कर लिया गया। बाद में, 8 अप्रैल को मंगल पांडे को फाँसी दी गई।
बन चुकी है फिल्म भी
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