खाली समय में अपने आप से बात करना और अपनी गलतियों का मूल्यांकन करना कोई गलत बात नहीं है। लेकिन हर बार गलतियों के लिए अपने आप को ही दोष देना या अपनी गलतियाँ निकालना आपके दिलों दिमाग पर बुरा असर डाल सकता है। लगातार अपने आप से ऐसा व्यवहार करने पर आप अवसाद (Depression) का शिकार भी हो सकते हैं। इसलिए यदि आप अपने जीवन में पोसिटिव रहना चाहते हैं और अपने जीवन का हर काम सही तरीके से करना चाहते हैं तो आपको इन 5 बातों से दूरी बना लेनी चाहिए। आइए जानते हैं कौन सी हैं वो 5 बातें।
मेरी कोई परवाह नहीं करता (No one cares of me)
यदि आप अपने दिमाग में इस तरह की बातें सोचते हैं तो आप अपने आस पास मौजूद ऐसे लोगों को भी अपने से दूर कर देते हैं जो वास्तव में आपकी परवाह करते हैं। असल में आपके जीवन में ऐसे लोग मौजूद होते हैं जो वास्तव में आपकी फ़िक्र करते हैं। आपको बस ऐसे लोगों को परखने की ज़रूरत है।
खुद को बेवकूफ कहना (Feeling of being Stupid)
अगर आपको हमेशा ऐसा महसूस होता है कि आप हमेशा बेवकूफी से भरी बातें करती हैं तो आपको ऐसा नहीं करना चाहिए। आपको अपनी चिंता को अपने निर्णय लेने की क्षमता (Decision Making Ability) पर हावी नहीं होने देना है। आपको अपनी गलतियों से सीखना चाहिए और हमेशा उन्हें सुधारने की कोशिश करनी चाहिए।
मन में असफलता का भाव आना (Feeling of being unsuccessful)
“मैं हमेशा असफल हो जाती हूँ” आपको ऐसा नहीं सोचना चाहिए। असल में आपकी हार में ही आपकी सफलता का रहस्य छिपा है। इसलिए आपको कभी हार नहीं माननी चाहिए और हार जाने पर दुबारा उठ कर खड़ा हो जाना चाहिए। स्वामी विवेकानंद ने भी यही कहा है।
खुद को बोलने से रोकना (Try to stop yourself while speaking)
क्या आपको ऐसा लगता है कि आपके बोलने पर लोग आपको जज कर रहे हैं ? या किसी सिचुएशन में आपको नहीं बोलना चाहिए ? अगर ऐसा है तो इसमें आपकी कोई गलती नहीं है। गलती उन लोगों की है जो आपको ऐसा महसूस कराते हैं। ऐसे में आपको अपने आस पास अच्छे लोगों से दोस्ती करनी चाहिए और बुरे लोगों का साथ छोड़ देना चाहिए।
खुद से उम्मीद ना रखना (Being Hopeless)
निराशा, लाचारी, उदास मनोदशा, खुद को नुकसान पहुंचाना, चिड़चिड़ापन और कोई प्रेरणा न होना अवसाद के लक्षण हैं। स्थिति के अन्य शारीरिक लक्षणों में नींद न आना, भूख न लगना, थकान और यौन इच्छा में कमी शामिल है। यदि आपको ऐसे लक्षण महसूस होते है तो आपको प्रोफेशनल डॉक्टर से मिलना चाहिए और उनसे खुल कर बात करनी चाहिए।
डिस्क्लेमर – यह लेख सामान्य जानकारी पर आधारित है। अधिक समस्या होने पर इस क्षेत्र के विशेषज्ञ से परामर्श लेना ही उचित है। ultranewstv इस जानकारी की पुष्टि नहीं करता और न ही इसकी ज़िम्मेदारी लेता है।
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