केलोस्ट्रोल जब हमारे शरीर में बढ़ जाता है तो लोगों को उससे कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
कोलेस्ट्रॉल लेवल दिल को काफी कमजोर बना देता है, जो इंसानों की नसों में पैदा होती है. जो बुरे कोलेस्ट्रॉल होते हैं
उन्हें एलडीएल कोलेस्ट्रॉल कहा जाता है. आजकल हम अपने आसपास सुन रहे हैं कि हार्टअटैक से काफी ज्यादा
मौतें हो रही हैं. वही कोलेस्ट्रॉल भी हार्ड अटैक का एक कारण है जो लोगों के अंदर ज्यादा पाया जा रहा है. अगर
आपके अंदर कोलेस्ट्रोल लेवल को अपने शरीर में कम बनाए रखेंगे तो दिल को आर्ट अटैक आने वाली जानलेवा
बीमारियों से भी बचा सकते हैं. आइए जानते हैं कि कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने के लिए क्या करना चाहिए?
नाश्ते में ओट्स का सेवन
जब आप ओट्स का सेवन रोजाना करते हैं तो आप बॉडी में केलोस्ट्रोल लेवल को कम बनाए रखने में मदद कर
सकते हैं. वही उसके साथ केला भी काफी फायदेमंद होता है. ओट्स में सॉल्यूबल फाइबर होता है, जो बुरे कोलेस्ट्रॉल
को नसों में जमने से पहले ही मल के रास्ते शरीर से बाहर निकाल देता है.
सोया मिल्क या टोफू
बुरे कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए आपको सोया मिल्क, टोफू या अन्य सोया प्रॉडक्ट का सेवन करना बहुत
जरूरी होता है. कई अध्ययन में बताया गया है कि सोया उत्पादों में मौजूद प्रोटीन का सेवन करने से बुरे कोलेस्ट्रॉल
को कम किया जा सकता है
वेजिटेबल ऑयल का सेवन
कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल में करने के लिए आपको डाइट में कैनोला, सनफ्लॉवर या अन्य वेजिटेबल ऑयल को
शामिल करना चाहिए. इन तेलों में मौजूद मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसैचुरेटेड फैट्स शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल
का उत्पादन बढ़ाते हैं, जो कि बुरे कोलेस्ट्रॉल को नष्ट कर देते हैं.
बैंगन और भिंडी कारगर
बैंगन और भिंडी दो ऐसी सब्जियां हैं जिनमें केलोस्ट्रोल बहुत ही ज्यादा कम रहता है इसमें सॉल्युबल फाइबर्स भी
शामिल होते हैं. सॉल्युबल फाइबर कैस्ट्रोल को बांधकर शरीर से बाहर निकालने में मदद करते हैं.
खट्टे फल
अगर आप अपने डाइट में सेब अंगूर और अन्य खट्टे फलों को शामिल करते हैं तो वह आपको कैलाश शॉल कंट्रोल
करने में मदद कर सकता. माना जाता है कि खट्टे फलों में सॉल्युबल फाइबर शामिल होते हैं. जो केलोस्ट्रोल को
कंट्रोल करने में काफी मददगार साबित होते हैं.