आयरन की कमी होने से हमारे शरीर में कई तरह की परेशानियों की शुरुआत हो जाती है. आयरन एक बहुत जरूरी
पोषक तत्व है. जो पूरे शरीर में ऑक्सीजन को पहुंचाने का काम करती है. हेल्थ एक्सपोर्ट का कहना है कि आयरन
होमो ग्लोबिन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. आयरन की कमी से शरीर के स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाएं नहीं बन
पाती है और लोगों को कमजोरी जैसा महसूस होता है. शरीर में लाल रक्त कोशिकाएं की कमी को आयरन की कमी
से होने वाला एनेमिया भी कहा जाता है. बता दें भारत में पुरुषों की तुलना में महिलाओं में एनीमिया की समस्या
ज्यादा पाई जाती है और आयरन की कमी से होने वाले लक्षण आमतौर पर लोगों को समझ में भी नहीं आते हैं.
आयरन की कमी से हमारे शरीर में थकान, कमजोरी, पीले स्किन, सांस लेने में दिक्कत, बेहोशी, सिर दर्द, दिल के
धड़कन का बढ़ जाना, छाती में दर्द, हाथ पैर ठंडे हो जाना, बालों का झड़ना, आपके मुंह के किनारों का फटना, गले
में खराश और सूजी हुई जीव जैसे लक्षण दिखाई देते हैं.
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार शरीर में आयरन की कितनी जरूरत है. यह उस व्यक्ति की उम्र और सेहत पर निर्भर
करता है. नवजात और बच्चों में वयस्कों की तुलना में अधिक आयरन की जरूरत होती है, क्योंकि उनका शरीर तेजी
से बढ़ रहा होता है, तो उनको आयरन की आवश्यकता ज्यादा मात्रा में होती है. 4 से 8 साल की उम्र में रोजाना 10
मिलीग्राम और 9 से 13 साल की उम्र में रोजाना 8 मिलीग्राम की मात्रा जरूरी होती है.
वही बात करें महिलाओं में आयरन की तो महिलाओं में भी ज्यादा आयरन बहुत ज्यादा जरूरी होता है क्योंकि
पीरियड के समय उनके शरीर से खून की काफी मात्रा शरीर से निकल जाती है. डॉक्टर के अनुसार 19 से 50 साल
की महिलाओं को हर दिन 18 मिलीग्राम आयरन लेना ही चाहिए जबकि समान उम्र के पुरुषों को केवल 8
मिलीग्राम आयरन की बहुत ज्यादा होती है. वही प्रेग्नेंट या ब्रेस्टफीड कराने वाली महिलाओं, किडनी के बीमारी वाले,
अल्सर, वेट लॉस सर्जरी, बहुत ज्यादा वर्कआउट करने वालों और शारीरिक लोगों को आयरन की ज्यादा मात्रा लेने की
सलाह दी जाती है.